बांसवाड़ा. जिले में बारिश का दौर फिर से जोर पकड़ रहा है. मंगलवार सुबह से बारिश शुरू हुई. वहीं मध्य प्रदेश के बाजना बांध से पानी की आवक को देखते हुए उदयपुर संभाग के सबसे बड़े माही बांध के गेट फिर खोल दिए गए.
देव झुलनी ग्यारस पर दिन भर बूंदाबांदी के बाद मंगलवार तड़के बारिश गति पकड़ गई और झमाझम का दौर शुरू हो गया. हालांकि 8 बजे तक बारिश थम गई, लेकिन बाद में काली घटा होने शहर को अपने आगोश में ले लिया और चारों और अंधेरा छा गया.
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इस बारिश को खरीफ की फसलों के लिए अमृत माना जा रहा है क्योंकि फसलों में दाना बनने और दाना पकने की प्रक्रिया चल रही है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार मंगलवार सुबह 8 बजे तक पिछले 24 घंटे में बांसवाड़ा में 26mm, घाटोल में 15, बागीदौरा में 23, कुशलगढ़ में 35 और गढ़ी में 18 एमएम बारिश दर्ज की गई. बारिश के इस दौर के बीच प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े माही बांध के गेट मंगलवार तड़के फिर खोल दिए गए. मध्य प्रदेश के बांधना बांध से पानी की भारी आवक को देखते हुए बांध के सभी 16 गेट खोल दिए गए.
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धार में भारी बारिश
बांध का केचमेंट एरिया मध्य प्रदेश का धार इलाका माना जाता है. वहां पर भारी बारिश होने की सूचना है. इस कारण वहां के बांद्रा बांध से 772 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है. ऐसे में बांध की सुरक्षा को देखते हुए तड़के 8 गेट खोल दिए गए. माही बांध के जूनियर इंजीनियर मयूर पाटीदार के अनुसार चार गेट एक 1 मीटर और 12 अन्य आधा-आधा मीटर खोले गए हैं और 1704 क्यूमेक पानी माही नदी में छोड़ा जा रहा है. यह पानी बेणेश्वर होता हुआ गुजरात के कडाणा बांध और वहां से अरब सागर में पहुंचता है.