बांसवाड़ा. जिले में बाल संरक्षण विषय पर गुरुवार को एक होटल में जिला स्तरीय संवाद की बैठक रखी गई. चाइल्ड राइट्स फॉर चेंज परियोजना के तहत गैर सरकारी संस्था वाघ तारा एवं सेव द चिल्ड्रन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस संवाद बैठक में घाटोल और आनंदपुरी क्षेत्र के पंचायत सत्रीय बाल संरक्षण समिति सदस्य बाल प्रतिनिधि सदस्य और ब्लॉक स्तरीय बाल संरक्षण समिति के सदस्यों ने भाग लिया.
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कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मानव तस्कर यूनिट के प्रभारी गजेंद्र सिंह ने कहा कि जिम्मेदार नागरिक बच्चों के प्रति संवेदनशील नहीं है. इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा ऐसे कार्य में लिप्त लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी. वही बाल कल्याण समिति के सदस्य मधुसूदन व्यास ने कहा कि इस दिशा में विशेष ध्यान देने की जरूरत है. सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग अश्विन शर्मा ने विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया. वही वाघ धरा संस्था के टीम लीडर रोहित सांवरिया ने बताया कि हमें जिम्मेदार समुदाय के रूप में अपनी भूमिका निभाकर इन बच्चों के लिए काम करना होगा.
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कार्यक्रम के अध्यक्ष ओम प्रकाश आर्य ने जिम्मेदार विभागों को इस मामले में बालमित्र की भूमिका निभाने की जरूरत बताई.इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित बाल संरक्षण समितियों के सदस्य के तौर पर बड़ी संख्या में बच्चों ने अपने विचार रखें और बाल संरक्षण के लिए सबसे पहले बाल श्रम रोके जाने की आवश्यकता बताई. बच्चों ने बाल श्रम के कारण बताते हुए इस समस्या के समाधान के प्रति भी सुझाव दिए.
शुरुआत में परियोजना प्रबंधक माजिद खान ने बाल श्रम मुक्त की दिशा में किए गए प्रयासों को चरित्र चित्रण के माध्यम से बताया.