कुशलगढ़ (बांसवाड़ा). राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की उपशाखा कुशलगढ़ के कार्यकर्ताओं ने शिक्षा विभाग की ओर से चलाई जा रही स्माइल-2 के स्थान पर न्यूनतम संख्या में छात्रों को विद्यालय बुलाकर अध्यापन करवाने की मांग की. संगठन की ओर से शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा सचिव के नाम उपखंड अधिकारी कुशलगढ़ को ज्ञापन दिया गया.
राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा कुशलगढ़ के वरिष्ठ कार्यकर्ता दिगपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि प्रदेश कार्यकारिणी के आह्वान पर सोमवार को पूरे राजस्थान में ऑनलाइन क्लासेस स्माईल-2 को बंद कर उसके स्थान पर छात्रों को न्यूनतम संख्या में विद्यालय में ही बुलाकर अध्यापन करवाने की स्वीकृति देने की मांग की गई.
कोराना वैश्विक महामारी को देखते हुए घर-घर ढाणी-ढाणी जाकर शिक्षक राज्य सरकार के आदेशानुसार गृह कार्य करवा रहे है. जिससे लोगों के संपर्क में आने पर कोरोना फैलने का डर है. इस महामारी को रोकने एवं छात्रों को पढाई के लिए विद्यालय में न्यूनतम संख्या में छात्रों को बुलाने की स्वीकृति राज्य सरकार की ओर से दी जाए. ताकि विद्यालय का शैक्षिक माहौल फिर से पहले जैसा हो सके.
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राठौड़ ने बताया कि अधिकांश छात्र दूर-दराज के गांव में रहते है. उनके पास ना तो स्मार्टफोन है और न ही इंटरनेट की सुविधा है. जिससे बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाया जा सके. घंटो मोबाइल पर ऑनलाइन क्लास अटेंड करने वाले छात्रों के स्वास्थ्य पर भी लगातार असर पड़ रहा है. विभिन्न प्रकार के वीडियो एवं ऑनलाइन क्लास से संबंधित गतिविधियों को देखने से उनकी आंखों, रीड की हड्डी एवं गर्दन से संबंधित दर्द बढ़ने की शिकायतें देखने को मिल रही है. बच्चों में अकेले में ऑनलाइन घंटों बैठकर क्लास अटेंड करने पर अकड़न एवं अवसाद तथा चिड़चिड़ापन के संकेत दिखाई पड़ रहा हैं.