बांसवाड़ा. एक पखवाड़े बाद कोरोना ने बांसवाड़ा में फिर अपनी खामोशी दस्तक दे दी है. पथरी की बीमारी से ग्रस्त एक महिला की उदयपुर में कराई गई कोरोना जांच पॉजिटिव निकली है. हालांकि महिला रोगी ग्रामीण क्षेत्र से आती है, लेकिन पथरी की जांच और उपचार के दौरान हॉस्पिटल भी गई थी. ऐसे में जांच प्रक्रिया के दौरान उसके संपर्क में आने वाले लोगों में खलबली मच गई है. फिलहाल प्रशासन ने संबंधित गांव को जीरो मोबिलिटी घोषित करते हुए उसके परिवार के लोगों को क्वॉरेंटाइन कर दिया है. इसके साथ ही प्रशासन इनके सैंपल लेने की तैयारी कर रहा है.
यह महिला रोगी दानपुर इलाके की रहने वाली है. उसके पॉजिटिव पाए जाने की सूचना उदयपुर हॉस्पिटल प्रबंधन की ओर से स्थानीय प्रशासन को दी गई. जिसके बाद जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग हरकत में आया. जानकारी के अनुसार उक्त महिला रोगी को कुछ दिन पहले पेट दर्द की शिकायत पर बांसवाड़ा शहर लाया गया था. जहां डॉ. वंदना अग्रवाल ने उसे देखा और 4 जून को नासिर सोनोग्राफी सेंटर से कराई गई जांच में महिला की किडनी में पथरी निकली. उसके बाद इस महिला को मिशन हॉस्पिटल ले जाया गया. जहां से उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया.
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छोटी सरवन की ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गणेश मईडा ने बताया कि उदयपुर में चिकित्सकों ने पहले उसका कोरोना का सैंपल लिया. वहीं रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन को सूचित किया गया. जिसके बाद उसके परिवार के 19 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है और 17 के सैंपल लेकर लैब भेजे गए हैं. संक्रमित महिला को उदयपुर ले जाने वाले वाहन चालक और उसके मालिक क्वॉरेंटाइन में है.
उन्होंने बताया कि महिला के गांव को जीरो मोबिलिटी घोषित करते हुए, गांव के लोगों की सैंपलिंग की जा रही है. जिले में कोरना पॉजिटिव का यह 86 वां केस है. इनमें से दो की मौत हो गई है. वहीं तीन उदयपुर में है. बांसवाड़ा महात्मा गांधी चिकित्सालय में अन्य सभी रोगियों को स्वस्थ होने के बाद अपने-अपने घर भेज दिया गया है.