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नए कृषि बिल के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन, राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन - कृषि विधेयक

बांसवाड़ा में केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए किसान और कृषि व्यापार से संबंधित विधेयकों के खिलाफ सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सांस्कृतिक तौर पर धरना-प्रदर्शन किया. बाद में राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. जिसमें नए कानून को लागू नहीं करने का आग्रह किया गया.

Congress protested against agricultural bills, कृषि विधेयकों के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन
कृषि विधेयकों के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन
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Published : Sep 21, 2020, 2:04 PM IST

बांसवाड़ा. किसान और कृषि व्यापार से संबंधित केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए विधेयकों के खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार को धरना-प्रदर्शन किया. पार्टी नेताओं ने कहा कि यह किसानों की बर्बादी का रास्ता है, जिसे पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी. धरने के बाद कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां उन्होंने जिला कलेक्टर से मुलाकात कर उन्हें पार्टी की भावनाओं से अवगत कराया.

कृषि विधेयकों के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन

पार्टी जिलाध्यक्ष चांदमल जैन और बागीदौरा विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया. करीब 1 घंटे तक सांकेतिक धरने के दौरान वक्ताओं ने केंद्र सरकार के तीनों विधेयकों का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि इससे कृषि उपज विपणन समिति खत्म हो जाएगी और बड़ी-बड़ी कंपनियों की दखल बढ़ जाएगी.

लाखों आड़तिए, मंडी मजदूर और खेत मजदूर के सामने बेरोजगारी का खतरा उत्पन्न हो सकता है. पार्टी नेताओं ने कहा कि एसेंशियल एक्ट 1955 में बदलाव से कालाबाजारी भरने की आशंका रहेगी. बता दें कि कृषि उपज को जमा करने की अधिकतम सीमा तय करने और कालाबाजारी को रोकने के लिए स्पेशल एक्ट 1955 बनाया गया था, लेकिन नई व्यवस्था में स्टॉक लिमिट को हटा लिया गया है.

इससे ना केवल जमाखोरी बढ़ेगी, बल्कि कालाबाजारी को मजबूती मिलेगी. बाद में पार्टी नेता कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाध्यक्ष जैन, पूर्व मंत्री मालवीय और नगर परिषद सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह से मिला और उन्हें अपनी मांग के संबंध में राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया.

पढ़ेंः हनुमान बेनीवाल को बड़ी राहत, IMCR की कोरोना रिपोर्ट भी आई नेगेटिव

पूर्व मंत्री मालवीय ने बताया कि पार्टी के दिशा-निर्देशानुसार सोमवार को कार्यकर्ताओं ने सांस्कृतिक तौर पर धरना-प्रदर्शन किया और जिला कलेक्टर के जरिए राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया. जिसमें नए कानून को लागू नहीं करने का आग्रह किया गया.

बांसवाड़ा. किसान और कृषि व्यापार से संबंधित केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए विधेयकों के खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार को धरना-प्रदर्शन किया. पार्टी नेताओं ने कहा कि यह किसानों की बर्बादी का रास्ता है, जिसे पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी. धरने के बाद कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां उन्होंने जिला कलेक्टर से मुलाकात कर उन्हें पार्टी की भावनाओं से अवगत कराया.

कृषि विधेयकों के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन

पार्टी जिलाध्यक्ष चांदमल जैन और बागीदौरा विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया. करीब 1 घंटे तक सांकेतिक धरने के दौरान वक्ताओं ने केंद्र सरकार के तीनों विधेयकों का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि इससे कृषि उपज विपणन समिति खत्म हो जाएगी और बड़ी-बड़ी कंपनियों की दखल बढ़ जाएगी.

लाखों आड़तिए, मंडी मजदूर और खेत मजदूर के सामने बेरोजगारी का खतरा उत्पन्न हो सकता है. पार्टी नेताओं ने कहा कि एसेंशियल एक्ट 1955 में बदलाव से कालाबाजारी भरने की आशंका रहेगी. बता दें कि कृषि उपज को जमा करने की अधिकतम सीमा तय करने और कालाबाजारी को रोकने के लिए स्पेशल एक्ट 1955 बनाया गया था, लेकिन नई व्यवस्था में स्टॉक लिमिट को हटा लिया गया है.

इससे ना केवल जमाखोरी बढ़ेगी, बल्कि कालाबाजारी को मजबूती मिलेगी. बाद में पार्टी नेता कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाध्यक्ष जैन, पूर्व मंत्री मालवीय और नगर परिषद सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह से मिला और उन्हें अपनी मांग के संबंध में राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया.

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पूर्व मंत्री मालवीय ने बताया कि पार्टी के दिशा-निर्देशानुसार सोमवार को कार्यकर्ताओं ने सांस्कृतिक तौर पर धरना-प्रदर्शन किया और जिला कलेक्टर के जरिए राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया. जिसमें नए कानून को लागू नहीं करने का आग्रह किया गया.

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