जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को बासवाड़ा के (PM Modi in Mangarh) मानगढ़ दौरे पर थे, जहां मोदी के साथ राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ ही गुजरात के राज्यपाल मंगू भाई पटेल भी मंच नजर आए. इस बीच प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि आज आजादी के 70 साल बाद भी गांधी के भारत में लोकतंत्र कायम है. यही कारण है कि जब भारत के प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी विदेशों में जाते हैं तो उन्हें सम्मान मिलता है. इतना ही नहीं सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री के राजस्थान में होने पर राजस्थान से जुड़ी कई मांगें भी की.
उन्होंने सबसे पहले प्रधानमंत्री से मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित (Mangarh Dham declared as National Monument) करने की मांग की तो इसके साथ ही राजस्थान की चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना का एग्जामिन कर पूरे देश में इसे लागू करने की भी बात कही. वहीं, तीसरी व अहम मांग के तौर पर गहलोत ने डूंगरपुर-रतलाम रेल मार्ग के रूके काम को फिर से शुरू करवाने की बात कही, ताकि राजस्थान के लोगों को इसका फायदा मिल सके.
स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है मानगढ़ का इतिहास: वहीं, गहलोत ने कहा कि मानगढ़ धाम के इतिहास को स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है और हमने पीएम से अपील की है कि इसे राष्ट्रीय स्मारक बनाया जाए. गहलोत ने कहा कि आदिवासी समाज आजादी की जंग लड़ने के मामले में किसी से पीछे नहीं था और गोविंद गुरु के योगदान को कोई नहीं भूल सकता है. गहलोत ने कहा कि कुछ दिनों पहले पीएम ने मानगढ़ को लेकर अलग-अलग राज्यों के बारे में जानकारी ली थी. ऐसे में मानगढ़ धाम का राष्ट्रीय स्मारक घोषित होना हमारे लिए गर्व की बात है.
उन्होंने कहा कि कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री हरदेव जोशी, भीख भाई, मानिक लाल वर्मा जैसे कितने ही नेता थे, जिन्होंने उस वक्त आजादी की लड़ाई में भाग लिया. खैर, महाराणा प्रताप के लिए उदयपुर को तो जाना ही जाता है. हमने प्रधानमंत्री को अनुरोध किया है कि अब समय आ गया है कि मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाए, क्योंकि जिस तरह से जलियांवाला बाग की पहचान है, उसी तरह से मानगढ़ धाम की पहचान बने.