बांसवाड़ा. जिले के भूंगड़ा गांव में मंगलवार को परंपरागत रूप से चौपड़ा का वाचन किया गया. यहां करीब 129 साल से पांड्या परिवार की ओर से कथा के बाद चौपड़े का वाचन कर आगामी मानसून का अनुमान लगाया जाता है. इसे सुनने के लिए आस-पास ही नहीं बल्कि दूरदराज से भी हजारों लोग यहां पहुंचते हैं.
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कथा वाचन के दौरान पूरा मैदान लोगों से भर गया. वहीं, आस-पास के खेतों में बैठकर लोगों ने न केवल कथा सुनी बल्कि बेसब्री से अगले जमाने को लेकर होने वाली भविष्यवाणी का इंतजार करते नजर आए. दोपहर बाद पांड्या ने चौपड़े के अनुसार अगले जमाने को लेकर आसार बताने शुरू किए. पंचांग के आधार पर तैयार किए गए इन अनुमानों के अनुसार अगले मानसून में खंड वर्षा के आसार जताए गए हैं. इस आधार पर खरीफ की फसल का उत्पादन कम होने की आशंका जताई गई है.
साथ ही प्राकृतिक प्रकोप से भी लोगों को सावधान रहने को कहा गया. खासकर रेगिस्तानी इलाकों में ठंड सहित प्राकृतिक प्रकोप ज्यादा रहने की आशंका जताई गई है. इसके साथ ही पांड्या ने सभी राशियों के बारे में भी अपनी भविष्यवाणी करते हुए लोगों से उसी के अनुसार धर्म-कर्म करने का आह्वान किया.
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पांड्या के अनुसार इस गांव में करीब 129 साल से उनका परिवार चौपड़ा वाचन कर रहा है. लोग बड़ी श्रद्धा और आस्था के साथ यहां पहुंचते हैं. जहां तक अगले वर्ष का सवाल है तो मानसून में खंड वर्षा के आसार है और उत्पादन कम होने की आशंका है.