बांसवाड़ा. जिले में सुबह 9:30 बजे हेलो हेलो, हम सिविल डिफेंस से बोल रहे हैं. नक्षत्र मॉल में बम विस्फोट के बाद आग लग गई है, मौके पर तुरंत पहुंचे. जब विभागीय अधिकारियों के पास यह मैसेज पहुंचा, तो सभी अधिकारी अपने दलबल को लेकर मॉल की ओर निकल पड़े. देखते ही देखते पुलिस से लेकर प्रशासन के तमाम अधिकारी, राहत और बचाव संबंधी मौके पर पहुंच गए. यहां लगातार सायरन बजने के साथ मॉल के ऊपरी तल पर लोगों के चिल्लाने और अंदर की शोरगुल से कई अधिकारी घबरा उठे.
बड़ी संख्या में एंबुलेंस के साथ फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी पहुंच गई और उनके आने का क्रम बना रहा. रोगी वाहन और अग्निशमन वाहनों की गड़गड़ाहट से शहर में भी हड़कंप मच गया और लोग मॉल की ओर दौड़ पड़े. यहां का नजारा देख कर आमजन के साथ-साथ कई अधिकारियों का कलेजा मुंह को आ गया.
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घायल लोगों को नागरिक सुरक्षा दल के स्वयंसेवक उठा उठाकर एंबुलेंस में पहुंचा रहे थे. वहीं दूसरी ओर नेट फैलाकर 60 फीट ऊंचे फ्लोर से लोगों को नीचे उतारा जा रहा था. कुछ महिलाएं रोते-रोते प्रशासनिक अधिकारियों के पास भी पहुंच गई. जिस प्रकार के हालात मौके पर दिखाई दिए कई अधिकारी 10 से 15 मिनट तक हकीकत को भाप नहीं पाए कि यह मॉक ड्रिल है. कुल मिलाकर आपदा राहत से संबंधित सिविल डिफेंस के साथ-साथ मेडिकल फायर ब्रिगेड सार्वजनिक निर्माण विभाग जलदाय विभाग के अधिकारी और कारिंदे 15 से लेकर 20 मिनट में मॉल पहुंच चुके थे.
नागरिक सुरक्षा दल के नए स्वयं सेवकों का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद आपदा राहत विभाग उदयपुर से आए विजय सिंह नरूका की देखरेख में बम ब्लास्ट के बाद आग का यह सीन रीक्रिएट किया गया. पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ संबंधित विभागों के अधिकारी कर्मचारी महज कुछ मिनटों में ही डूंगरपुर, बांसवाड़ा लिंक रोड स्थित घटनास्थल पर पहुंच गए.
जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, अतिरिक्त जिला कलेक्टर नरेश बुनकर, पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सिंह सागर, एसडीएम पर्वत सिंह चुंडावत, सीएमएचओ डॉ. वीके जैन, पीएमओ डॉ. अनिल बाटी के साथ-साथ तमाम विभागों के अधिकारी मौके पर थे. हालांकि यहां पहुंचने के बाद अधिकारियों को मॉक ड्रिल के बारे में पता चला, लेकिन फिर भी जिला कलेक्टर की देखरेख में राहत और बचाव कार्यों को नागरिक सुरक्षा और मेडिकल डिपार्टमेंट द्वारा अंजाम दिया गया.
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स्काउट के सीईओ दीपेश शर्मा लगातार नागरिक सुरक्षा स्वयं सेवकों को गाइड कर रहे थे. बाद में मॉल में आयोजित एक संक्षिप्त समारोह में जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने राहत और बचाव कार्य की प्रशंसा की और संतुष्टि जताई. जिला कलेक्टर सिंह ने बताया कि बांसवाड़ा में यह अपनी तरह का पहला मॉक ड्रिल था. सारे ही अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंच गए और राहत और बचाव कार्य को बेहतर तरीके से अंजाम दिया. जो भी छोटी मोटी कमियां होगी, उन्हें दूर किया जाएगा.