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निकाय चुनाव 2019: बांसवाड़ा के इस पार्षद की लगातार जीत के पीछे पौधों का है खास रोल - जीत का राज पौधों में है

आशीष मेहता तीन बार लगातार पार्षद रह चुके हैं और अब चौथी बार फिर से मैदान में हैं. स्थानीय लोग कहते हैं कि मेहता की लगातार इस जीत की वजह पौधों का रोल बेहद खास है...

Councilor Ashish Mehta, निकाय चुनाव 2019
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Published : Nov 15, 2019, 2:33 AM IST

बांसवाड़ा. यह है खांदू कॉलोनी जो की जिले में सबसे बड़ी कॉलोनी मानी जाती है. यहां से आशीष मेहता लगातार तीन बार पार्षद का चुनाव जीते हैं. मेहता के लगातार तीन बार चुनाव जीतने में पौधों की अहम भूमिका मानी जाती है. या यूं कहे कि आशीष पर पौधों के जरिए यहां के लोगों का खूब आशीर्वाद बरसा.

आशीष मेहता तीन बार लगातार पार्षद रह चुके हैं.

कॉलोनी के वार्ड नंबर 17 से लगातार तीन बार पार्षद पद के लिए चुने गए आशीष पौधों की बदौलत आज किसी की पहचान के मोहताज नहीं रहे. कहते हैं कि 2015 में कॉलोनी में पेड़ पौधों का नामोनिशान नहीं था. गर्मी के दिनों में घर के बाहर ठहरना तक मुश्किल था यह देखते हुए मेहता ने अपने वार्ड के लिए अनूठी पहल करते हुए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों की कर्मठ कार्यकर्ताओं को साथ लिया और एक कमेटी गठित की. मेहता ने सबसे पहले अपने परिवार की ओर से पहल करते हुए कमेटी को करीब सवा लाख रुपए का सहयोग प्रदान करते हुए अन्य लोगों से भी सहयोग का आह्वान किया.

देखते ही देखते कॉलोनी के लोग कमेटी से जुड़े और तन मन धन से सहयोग दिया. इस धनराशि से कमेटी के लोगों ने ट्री गार्ड और सजावटी तथा छायादार पौधों की व्यवस्था की और देखते ही देखते भयंकर गर्मी में मई 2015 के दौरान करीब 600 घरों के बाहर गड्ढा खुदवाने का काम शुरू किया. 2016 और 2017 में 200 पौधे और लगाए गए इस प्रकार खंडू कॉलोनी में करीब 1000 पौधे ट्री गार्ड से लगाए गए और कमेटी के साथ संबंधित परिवार के लोगों ने पौधों की देखरेख का जिम्मा संभाला.

ये भी पढ़ें: जिस पार्टी में भ्रष्टाचार होता है उस पार्टी का पूर्व वित्त मंत्री जेल में होता है: गुलाबचंद कटारिया

फिलहाल हालत ये हैं कि इस कॉलोनी में शहर की अन्य कॉलोनियों के मुकाबले हर घर के बाहर बड़े-बड़े पेड़ नजर आते हैं. भयंकर गर्मी में भी कालोनी में अच्छी खासी हरियाली नजर आती है. शुद्ध ऑक्सीजन के अलावा भयंकर गर्मी में भी ठंडक महसूस होती है. इसके अलावा भूमिगत जल स्तर ऊपर उठने से पानी की कमी दूर हुई है. पार्षद मेहता का कहना है कि आज मेरी कॉलोनी में हर जगह हरियाली दिखाई देती है जोकि कॉलोनी के लोगों कि मेहनत का नतीजा है.

चौथी पारी नए मैदान से:
मेहता तीन पानी पूरी करने के बाद चौथी पारी के रूप में कांग्रेस द्वारा वार्ड क्रमांक 25 से मैदान में इस बार उतारे हैं. मेहता कहते हैं कि वो कहीं से भी पार्षद चुने गए पौधारोपण उनकी प्राथमिकता होगी. विकास के साथ-साथ पौधों से कॉलोनी को हरा भरा बनाने का प्रयास जरूर करूंगा.

बांसवाड़ा. यह है खांदू कॉलोनी जो की जिले में सबसे बड़ी कॉलोनी मानी जाती है. यहां से आशीष मेहता लगातार तीन बार पार्षद का चुनाव जीते हैं. मेहता के लगातार तीन बार चुनाव जीतने में पौधों की अहम भूमिका मानी जाती है. या यूं कहे कि आशीष पर पौधों के जरिए यहां के लोगों का खूब आशीर्वाद बरसा.

आशीष मेहता तीन बार लगातार पार्षद रह चुके हैं.

कॉलोनी के वार्ड नंबर 17 से लगातार तीन बार पार्षद पद के लिए चुने गए आशीष पौधों की बदौलत आज किसी की पहचान के मोहताज नहीं रहे. कहते हैं कि 2015 में कॉलोनी में पेड़ पौधों का नामोनिशान नहीं था. गर्मी के दिनों में घर के बाहर ठहरना तक मुश्किल था यह देखते हुए मेहता ने अपने वार्ड के लिए अनूठी पहल करते हुए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों की कर्मठ कार्यकर्ताओं को साथ लिया और एक कमेटी गठित की. मेहता ने सबसे पहले अपने परिवार की ओर से पहल करते हुए कमेटी को करीब सवा लाख रुपए का सहयोग प्रदान करते हुए अन्य लोगों से भी सहयोग का आह्वान किया.

देखते ही देखते कॉलोनी के लोग कमेटी से जुड़े और तन मन धन से सहयोग दिया. इस धनराशि से कमेटी के लोगों ने ट्री गार्ड और सजावटी तथा छायादार पौधों की व्यवस्था की और देखते ही देखते भयंकर गर्मी में मई 2015 के दौरान करीब 600 घरों के बाहर गड्ढा खुदवाने का काम शुरू किया. 2016 और 2017 में 200 पौधे और लगाए गए इस प्रकार खंडू कॉलोनी में करीब 1000 पौधे ट्री गार्ड से लगाए गए और कमेटी के साथ संबंधित परिवार के लोगों ने पौधों की देखरेख का जिम्मा संभाला.

ये भी पढ़ें: जिस पार्टी में भ्रष्टाचार होता है उस पार्टी का पूर्व वित्त मंत्री जेल में होता है: गुलाबचंद कटारिया

फिलहाल हालत ये हैं कि इस कॉलोनी में शहर की अन्य कॉलोनियों के मुकाबले हर घर के बाहर बड़े-बड़े पेड़ नजर आते हैं. भयंकर गर्मी में भी कालोनी में अच्छी खासी हरियाली नजर आती है. शुद्ध ऑक्सीजन के अलावा भयंकर गर्मी में भी ठंडक महसूस होती है. इसके अलावा भूमिगत जल स्तर ऊपर उठने से पानी की कमी दूर हुई है. पार्षद मेहता का कहना है कि आज मेरी कॉलोनी में हर जगह हरियाली दिखाई देती है जोकि कॉलोनी के लोगों कि मेहनत का नतीजा है.

चौथी पारी नए मैदान से:
मेहता तीन पानी पूरी करने के बाद चौथी पारी के रूप में कांग्रेस द्वारा वार्ड क्रमांक 25 से मैदान में इस बार उतारे हैं. मेहता कहते हैं कि वो कहीं से भी पार्षद चुने गए पौधारोपण उनकी प्राथमिकता होगी. विकास के साथ-साथ पौधों से कॉलोनी को हरा भरा बनाने का प्रयास जरूर करूंगा.

Intro:स्पेशल रिपोर्ट .......


बांसवाड़ा। खांदू कॉलोनी सबसे बड़ी कॉलोनी मानी जाती है। यहां से आशीष मेहता लगातार तीन बार पार्षद का चुनाव जीते हैं। मेहता के लगातार चुनाव जीतने में पौधों की अहम भूमिका मानी जा सकती है या यूं कहे कि आशीष पर पौधों के जरिए यहां के लोगों का खूब आशीर्वाद बरसा। उसकी बदौलत आज शहर में उनकी पहचान पौधे वाले पार्षद के रूप में बन चुकी है। आशीष की मेहनत का नतीजा कहा जा सकता है कि आज इस कॉलोनी का अधिकांश हिस्सा भयंकर गर्मी मैं भी हरा भरा नजर आता है। जहां लोगों को शुद्ध वातावरण नसीब हो रहा है वही भूमिगत जल स्तर भी ऊपर उठा है।


Body:कॉलोनी के वार्ड 17 से लगातार तीन बार पार्षद पद के लिए चुने गए आशीष पौधों की बदौलत आज किसी की पहचान के मोहताज नहीं रहे। 2015 में कॉलोनी मैं पेड़ पौधों का नामोनिशान तक नहीं था इसके चलते गर्मी के दिनों में घर के बाहर ठहरना तक मुश्किल था। यह देखते हुए मेहता ने अपने वार्ड के लिए अनूठी पहल करते हुए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों की कर्मठ कार्यकर्ताओं को साथ लिया और एक कमेटी गठित की। इसका मुख्य उद्देश्य कॉलोनी को हरा भरा करना था। इसके लिए मेहता ने सबसे पहले अपने परिवार की ओर से पहल करते हुए कमेटी को करीब सवा लाख रुपए का सहयोग प्रदान करते हुए अन्य लोगों से भी सहयोग का आह्वान किया।


Conclusion:देखते ही देखते कॉलोनी के लोग कमेटी से जुड़े और तन मन धन से सहयोग दिया। इस धनराशि से कमेटी के लोगों ने ट्री गार्ड और सजावटी तथा छायादार पौधों की व्यवस्था की और देखते ही देखते भयंकर गर्मी में मई 2015 के दौरान करीब 600 घरों के बाहर गड्ढा खुदवाने का काम शुरू किया। इनमें लोगों की इच्छा के अनुसार पौधे लगाए गए और उनकी देखरेख का भी जिम्मा उठाया। 2016 और 2017 में 200 -200 पौधे और लगाया गए। इस प्रकार खंडू कॉलोनी में करीब 1000 पौधे ट्री गार्ड से लगाए गए और कमेटी के साथ संबंधित परिवार के लोगों ने पौधों की देखरेख का जिम्मा भी संभाला। इसका परिणाम भी सुखद रहा और आज कॉलोनी में शहर की अन्य कॉलोनियों के मुकाबले हर घर के बाहर बड़े-बड़े पेड़ नजर आते हैं। कॉलोनी के लोगों से बातचीत में सामने आया कि पौधारोपण के अच्छे परिणाम मिले हैं। भयंकर गर्मी में भी कालोनी में अच्छी खासी हरियाली नजर आती है। शुद्ध ऑक्सीजन के अलावा भयंकर गर्मी में भी ठंडक महसूस होती है। इसके अलावा भूमिगत जल स्तर ऊपर उठने से पानी की कमी दूर हुई है। पार्षद मेहता का कहना है कि आज मेरी कॉलोनी में हर जगह हरियाली दिखाई देती है जोकि कॉलोनी के लोगों कि मेहनत का नतीजा है। मैं तो केवल माध्यम बना इसका लेकिन मुझे इन पेड़ों ने नई पहचान दी है।

चौथी पारी नए मैदान से

मेहता तीन पानी पूरी करने के बाद चौथी पारी के रूप में कांग्रेस द्वारा वार्ड क्रमांक 25 से मैदान में उतारे गए हैं । उनका कहना है कि मैं कहीं से भी पार्षद रहूं पौधारोपण मेरी प्राथमिकता रहेगी। विकास के साथ-साथ पौधों से कॉलोनी को हरा भरा बनाने का प्रयास करूंगा।

बाइट.....1..... पंकज मेहता
2. विमल कुमार
3....
4. दिशा जैन सभी वार्ड वासी
5.आशीष मेहता निवर्तमान वार्ड पार्षद
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