बांसवाड़ा. शहर में अपने पति के साथ रहने वाली एक महिला को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्योता मिला है. महिला के पिता रामलला की कार सेवा में शहीद हो गए थे. इस कारण, आरएसएस कार्यकर्ताओं ने महिला और उसके पति को न्योता दिया.
अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने का बांसवाड़ा के एक दंपती को निमंत्रण मिला है. महिला स्मृति चौधरी ने बताया कि उनके पिता कार सेवा में शहीद हो गए थे. ऐसे में उनको और उनके पति को प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का निमंत्रण मिला है. उन्हें इस बात की खुशी है कि कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर मिला है, साथ ही दुख भी है कि उनके माता-पिता उनके साथ नहीं हैं.
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1990 में शहीद हो गए थे पिता : मूल रूप से मुजफ्फरपुर बिहार की रहने वाली स्मृति चौधरी की शादी बांसवाड़ा में हुई है. यहां वो अपने पति के साथ रहती हैं. उन्होंने बताया कि 2 नवंबर 1990 को उनके पिता संजय कुमार की मृत्यु हो गई थी, जब वह महज 2 वर्ष की थी. यह घटना अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर के पास की थी. उन्होंने बताया कि पिता के कार सेवा में शहीद होने के बाद उनकी मां ने बहुत संघर्ष किया और दोनों बहनों को पढ़ा-लिखा कर बड़ा किया.
उन्होंने बताया कि आरएसएस के कुछ लोग उनके घर आए और निमंत्रण पत्र सौंपा. वह अब अपने पति रितेश चौधरी के साथ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जाएंगी. उन्होंने इसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है. उन्हें जो सूचनाएं मिलीं, उसके अनुसार वहां रहने और खाने का प्रबंध नि:शुल्क किया गया है. उन्हें खुशी है कि निमंत्रण मिला, लेकिन यदि उनकी मां जिंदा होती तो उन्हें और ज्यादा अच्छा लगता. मां के संघर्ष के कारण वो और उनकी बहन कृतिका अपने पैरों पर खड़ी हो सकी हैं.