बांसवाड़ा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की बांसवाड़ा टीम को 1 सप्ताह में गुरुवार को दूसरी कामयाबी मिली है. एसीबी ने गुरुवार को अजमेर विद्युत वितरण निगम के ऑफिस में एक लाइनमैन को 2 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. बता दें कि रिश्वत की राशि पेनल्टी कम करने और मीटर बदलने के एवज में वसूली गई थी.
जानकारी के अनुसार निगम के सिटी ऑफिस द्वितीय के अंतर्गत आने वाले अजोरिया गांव निवासी रमेश गोदा के बिजली बिल की राशि भारी भरकम आ रही थी. मीटर रीडर के नहीं आने से यह राशि बढ़ती जा रही थी. मामले को लेकर रमेश कई बार शिकायत कर चुका था. रमेश ने सिटी ऑफिस के सहायक अभियंता के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज कराई. लाइनमैन यादव ने फरियादी रमेश को पेनल्टी कम कराने और मीटर बदलने के नाम पर 4 हजार रुपए की मांग की. उसके बाद फरियादी ने एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक माधो सिंह सोढा के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज कराई.
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एसीबी की ओर से 6 जनवरी को शिकायत का सत्यापन कराया गया, जिसमें 3 हजार रुपए पर सौदा तय हुआ और एक हजार रुपए लाइनमैन को दे दिए गए. वहीं, बांकी की रुपए गुरुवार को देना तय हुआ. सत्यापन के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोढा के नेतृत्व में कार्रवाई की गई. फरियादी रमेश ने ऑफिस पहुंचकर लाइनमैन को बिल और 2 हजार की राशि दे दी. जिसके बाद एसीबी की टीम ने लाइनमैन गुलाबचंद यादव को गिरफ्तार कर लिया.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोढा ने बताया कि फरियादी रमेश बिल की राशि को लेकर परेशान था और उसने हमारे समक्ष लाइनमैन की ओर से 4 हजार रुपए मांगे जाने की शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि सत्यापन के दौरान उसे एक हजार रुपए दे दिए गए. वहीं शेष 2 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए लाइनमैन को एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया गया.
बता दें कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टीम की ओर से 6 जनवरी को घाटोल क्षेत्र के बस्सी आड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ जसवंत और लैब टेक्नीशियन दिनेश चंद्र मीणा को 9 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था.