ETV Bharat / state

बांसवाड़ा: कोरोना संक्रमित की मौत के बाद 7 परिजन की रिपोर्ट आई पॉजिटिव

बांसवाड़ा में कोरोना संक्रमित की मौत के बाद उसके 7 परिजनों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमित मृतक का अंतिम संस्कार उनके परिजनों ने बिना कोरोना प्रोटोकॉल अपनाए ही कर दिया था. अब जिले में कोरोना संक्रमित की कुल संख्या 210 हो गई है.

Banswara news, corona positive, corona report
कोरोना संक्रमित की मौत के बाद 7 परिजन की रिपोर्ट आई पॉजिटिव
author img

By

Published : Aug 1, 2020, 9:00 AM IST

बांसवाड़ा. शहर सहित जिले भर में कोरोना रोगियों का बढ़ता ग्राफ जिला प्रशासन के साथ-साथ आमजन के लिए भी चिंता का सबब बनता दिख रहा है. प्रशासनिक लापरवाही का नमूना यह है कि 4 दिन पहले संक्रमित रोगी की मौत के बाद परिजन प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए शव ले गए और अपने स्तर पर अंतिम संस्कार भी कर दिया. उसके परिवार के सैंपल की रिपोर्ट ने चिकित्सा विभाग के भी हाथ पैर फुला दिए, क्योंकि परिवार के 7 लोग संक्रमित पाए गए हैं. दफनाने की प्रक्रिया में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. ऐसे में संक्रमण और भी बढ़ने की आशंका है. कुल मिलाकर देर रात 335 संदिग्ध रोगियों की रिपोर्ट जारी की गई है.

यह भी पढ़ें- Covid-19 Update: प्रदेश में शुक्रवार को 1,147 नए पॉजिटिव आए सामने, आंकड़ा पहुंचा 42,083

बांसवाड़ा लैब की रिपोर्ट के अनुसार 255 में से 2 पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं 20 की रिपोर्ट पेंडिंग रखी गई है और 233 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. डूंगरपुर से 80 लोगों की रिपोर्ट जारी की गई है, जिनमें 17 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि की गई है. कुल मिलाकर दोनों ही रिपोर्ट में 19 नए पॉजिटिव सामने आए हैं, जो जिले में अब तक रोगियों के लिहाज से सर्वाधिक है. चिंता की बात यह है कि मधुबन कॉलोनी में 26 जुलाई को एक वृद्ध की तबीयत बिगड़ने पर उसे महात्मा गांधी चिकित्सालय लाया गया था, जहां सैंपल लेने के बाद उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.

संदिग्ध होने के बावजूद प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया और परिवार के लोग शव घर ले गए. 28 जुलाई को मृतक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के साथ ही समुदाय विशेष के लोगों में खलबली मच गई है. चिकित्सा विभाग की टीम ने मृतक के परिवार के सैंपल लिए तो उसकी बहन, नवासी, भांजी, दामाद सहित सात लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. इसे देखते हुए अंतिम क्रिया कर्म में शामिल होने वाले लोगों के सैंपल लेने की प्रक्रिया और भी तेज कर दी गई है. अन्य रोगियों में 3 खंडू कॉलोनी के हैं. यहां का एक युवक पॉजिटिव मिला था, उसकी बहन और पिता भी संक्रमित पाए गए थे.

वहीं शहर में निवासरत काली डूंगरी सरकारी स्कूल में कार्यरत शिक्षक की रिपोर्ट बी पॉजिटिव आई है. वह प्रतिदिन स्कूल जा रहा था. उसके साथ एक अन्य शिक्षक भी कार्यरत है. चिंता की बात यह है कि शिक्षक के पत्नी स्वास्थ्य विभाग में काम कर रही है, जो कि टीबी के मरीजों के सैंपल लेने का काम करती है. पता चला है कि नोगामा के एक बुजुर्ग की अहमदाबाद में मौत हो गई, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है. उसके परिजनों के सैंपल लेने की तैयारी की जा रही है. कुल मिलाकर दोनों ही रिपोर्ट में शहर के अलावा 5 गढ़ी उपखंड क्षेत्र और दो कुशलगढ़ के रोगी पॉजिटिव पाए गए है.

यह भी पढ़ें- राजस्थान की राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना जैसलमेर, बचे हुए विधायक आ सकते हैं आज

डॉक्टर अश्विन पाटीदार ने बताया कि संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाया जा रहा है. कांटेक्ट लिस्ट के अनुसार उनके सैंपल लेने की भी कार्रवाई तेज कर दी गई है. बता दें कि 19 नए रोगियों के साथ जिले में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 210 तक पहुंच गई है.

बांसवाड़ा. शहर सहित जिले भर में कोरोना रोगियों का बढ़ता ग्राफ जिला प्रशासन के साथ-साथ आमजन के लिए भी चिंता का सबब बनता दिख रहा है. प्रशासनिक लापरवाही का नमूना यह है कि 4 दिन पहले संक्रमित रोगी की मौत के बाद परिजन प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए शव ले गए और अपने स्तर पर अंतिम संस्कार भी कर दिया. उसके परिवार के सैंपल की रिपोर्ट ने चिकित्सा विभाग के भी हाथ पैर फुला दिए, क्योंकि परिवार के 7 लोग संक्रमित पाए गए हैं. दफनाने की प्रक्रिया में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. ऐसे में संक्रमण और भी बढ़ने की आशंका है. कुल मिलाकर देर रात 335 संदिग्ध रोगियों की रिपोर्ट जारी की गई है.

यह भी पढ़ें- Covid-19 Update: प्रदेश में शुक्रवार को 1,147 नए पॉजिटिव आए सामने, आंकड़ा पहुंचा 42,083

बांसवाड़ा लैब की रिपोर्ट के अनुसार 255 में से 2 पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं 20 की रिपोर्ट पेंडिंग रखी गई है और 233 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. डूंगरपुर से 80 लोगों की रिपोर्ट जारी की गई है, जिनमें 17 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि की गई है. कुल मिलाकर दोनों ही रिपोर्ट में 19 नए पॉजिटिव सामने आए हैं, जो जिले में अब तक रोगियों के लिहाज से सर्वाधिक है. चिंता की बात यह है कि मधुबन कॉलोनी में 26 जुलाई को एक वृद्ध की तबीयत बिगड़ने पर उसे महात्मा गांधी चिकित्सालय लाया गया था, जहां सैंपल लेने के बाद उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.

संदिग्ध होने के बावजूद प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया और परिवार के लोग शव घर ले गए. 28 जुलाई को मृतक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के साथ ही समुदाय विशेष के लोगों में खलबली मच गई है. चिकित्सा विभाग की टीम ने मृतक के परिवार के सैंपल लिए तो उसकी बहन, नवासी, भांजी, दामाद सहित सात लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. इसे देखते हुए अंतिम क्रिया कर्म में शामिल होने वाले लोगों के सैंपल लेने की प्रक्रिया और भी तेज कर दी गई है. अन्य रोगियों में 3 खंडू कॉलोनी के हैं. यहां का एक युवक पॉजिटिव मिला था, उसकी बहन और पिता भी संक्रमित पाए गए थे.

वहीं शहर में निवासरत काली डूंगरी सरकारी स्कूल में कार्यरत शिक्षक की रिपोर्ट बी पॉजिटिव आई है. वह प्रतिदिन स्कूल जा रहा था. उसके साथ एक अन्य शिक्षक भी कार्यरत है. चिंता की बात यह है कि शिक्षक के पत्नी स्वास्थ्य विभाग में काम कर रही है, जो कि टीबी के मरीजों के सैंपल लेने का काम करती है. पता चला है कि नोगामा के एक बुजुर्ग की अहमदाबाद में मौत हो गई, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है. उसके परिजनों के सैंपल लेने की तैयारी की जा रही है. कुल मिलाकर दोनों ही रिपोर्ट में शहर के अलावा 5 गढ़ी उपखंड क्षेत्र और दो कुशलगढ़ के रोगी पॉजिटिव पाए गए है.

यह भी पढ़ें- राजस्थान की राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना जैसलमेर, बचे हुए विधायक आ सकते हैं आज

डॉक्टर अश्विन पाटीदार ने बताया कि संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाया जा रहा है. कांटेक्ट लिस्ट के अनुसार उनके सैंपल लेने की भी कार्रवाई तेज कर दी गई है. बता दें कि 19 नए रोगियों के साथ जिले में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 210 तक पहुंच गई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.