अलवर. राजस्थान को एक के बाद एक बड़ी सौगात मिल रही है. इस कड़ी में अब वंदे भारत मेट्रो ट्रेन की सौगात भी मिल सकती है. जयपुर के आसपास के शहरों को आपस में जोड़ने के लिए रेलवे ने वंदे भारत मेट्रो ट्रेन चलाने का फैसला लिया है. प्रतिदिन सफर करने वाले लोग कम किराए में आरामदायक सफर कर सकेंगे. सब कुछ ठीक रहा तो 2023 के अंत तक इस दिशा में काम शुरू हो जाएगा.
वंदे भारत ट्रेन की सफलता के बाद अब रेलवे एक और नई ट्रेन की शुरुआत करने जा रहा है. इसकी शुरुआत राजस्थान से हो सकती है. साल 2023 के आखिरी तक रेलवे की वंदे मेट्रो ट्रेन पटरी पर दौड़ती नजर आएगी. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बीते दिनों कहा था कि देश के मध्यम और गरीब वर्ग के लोगों के लिए अगले साल तक वंदे मेट्रो ट्रेन की शुरूआत की जाएगी. उन्होंने कहा कि वंदे मेट्रो ट्रेनों का निर्माण बड़ी संख्या में होगा. यह ट्रेन सामान्य ट्रेनों की जगह लेगी. जयपुर के आसपास शहर जैसे सीकर, दौसा, अलवर, फुलेरा, अजमेर को आपस में जोड़ने के लिए वंदे भारत मेट्रो ट्रेन चलाने की योजना बनी है.
वंदे भारत मेट्रो ट्रेन पूरी तरह से स्वदेशी होगी. इसको भारतीय इंजीनियर्स डिजाइन कर रहे हैं. वंदे मेट्रो ट्रेन की डिजाइन मई-जून तक सामने आ सकते हैं. इस ट्रेन में भी आधुनिक ब्रेक सिस्टम, रेड सिग्नल ब्रेक करने से रोकने के लिए कवच सेफ्टी सिस्टम, ऑटोमेटिक डोर, फायर सेंसर, जीपीएस, एलईडी स्क्रीन उपलब्ध होगी. जो यात्रियों को अगले स्टेशन के बारे में पूर्व सूचित करेगा. रेलवे के अधिकारियों के अनुसार वंदे भारत मेट्रो ट्रेन की शुरुआत राजस्थान से हो सकती है. इसके लिए रूट तैयार किया जा रहा है. वंदे भारत मेट्रो ट्रेन के शुरू होने से बड़े शहरों का भार कम होगा. बड़े शहरों को पास के छोटे शहरों से जोड़ा जाएगा.