अलवर. अलवर में फर्जी कंपनी बनाकर लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. कई साल से आरोपी फरार चल रहे थे. साल 2015 में कंपनी बंद हो गई थी. कंपनी ने पैसे दोगुने करने व अन्य स्कीम के माध्यम से अलवर के लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी की और उसके बाद कंपनी के डायरेक्टर फरार हो गए. इस मामले में एफआईआर दर्ज हुई. पुलिस ने जांच पड़ताल की, लेकिन सफलता नहीं मिली. इसी बीच इंदौर पुलिस ने आरोपियों को ठगी के मामले में गिरफ्तार किया. जिसकी सूचना अलवर पुलिस को मिली. इस पर अलवर पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
एनईबी थाना क्षेत्र में मालवाचल इंडिया लिमिटेड, मालवाचल इंफाटेक लिमिटेड और यूस्के लिमिटेड कंपनी ने लोगों को ब्याज का ज्यादा लालच देकर रकम ज्यादा करने के मामले में धोखाधड़ी करने वाली चिटफण्ड कंपनी की महिला सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस उपाधीक्षक नारायण सिंह ने बताया की तीनों कंपनी के करीब बीस डायरेक्टरों ने मिलकर लोगों से ब्याज का ज्यादा लालच देकर रकम ज्यादा करने का झांसा दिया. इस तरह से इन लोगों ने करीब 77 लोगों से ठगा की है.
जब इनकी असलियत का लोगों को पता चलने लगा. तब इन लोगों ने 2015 में कंपनी बंद करके व लोगों के करोड़ों रुपए लेकर फरार हो गए थे. इस पर लोगों ने ठगी का केस थाना में दर्ज कराया. मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही पुलिस ने अनुसंधान शुरू कर दिया. पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई जगह दबिश दी, लेकिन सफलता नहीं मिली. एक के बाद एक लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी का मामला सामने आने लगा. कई दिनों तक मीडिया में यह मामला छाया रहा और पुलिस पर भी आरोपियों को गिरफ्तार करने का दबाव बना.
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पूर्व में इस मामले में कंपनी के दो डायरेक्टर को गिरफ्तार किया गया था और वो जेल में बंद है. अब एनईबी थाना पुलिस ने इंदौर जेल से प्रोटेक्शन वारंट पर महिला सुमन, पप्पू और गोपाल को गिरफ्तार किया है. डिप्टी एसपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने 6 करोड़ की ढगी को अंजाम दिया था. पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पुछताछ जारी है. पुलिस ने कहा कि इस मामले में जल्द ही कुछ और लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है. इनसे पूछताछ के बाद मिलने वाली जानकारी के आधार पर पैसे रिकवर करने व आरोपियों को गिरफ्तार करने के प्रयास किए जाएंगे.