अलवर. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के पहले फेज का उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 फरवरी को दौसा से किया. लेकिन एक्सप्रेस वे पर टोल वसूली की प्रक्रिया 15 फरवरी सुबह 8 बजे से शुरू होगी. जबकि 14 फरवरी रात 9 बजे से टोल पर वाहनों को प्रवेश दिया गया. एक्सप्रेस वे पर वाहन चलाने के लिए लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है. समय बचाने के लिए लोग एक्सप्रेस वे पर सफर करना चाहते हैं. लेकिन बीते दिनों हुए हादसे को देखते हुए एनएचएआई की तरफ से पूरी सावधानी बढ़ती जा रही है.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड 246 किलोमीटर लंबा है. जिसे 12150 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित किया गया है. इस खंड के चालू होने से दिल्ली से जयपुर का यात्रा समय पांच घंटे से कम होकर लगभग तीन घंटे रह जाएगा. पहले फेज का उद्घाटन 12 फरवरी को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया, लेकिन इसे आम लोगों के लिए नहीं खोला गया था. कुछ वाहन अवैध रूप से एक्सप्रेस वे पर चल रहे थे. लेकिन मंगलवार रात 9 बजे आधिकारिक तौर पर वाहनों को एक्सप्रेस वे पर प्रवेश दिया गया. एनएचएआई के अधिकारियों ने कहा कि बुधवार सुबह 8 बजे से एक्सप्रेस वे पर टोल वसूली की प्रक्रिया शुरू होगी. एनएचएआई की तरफ से एक्सप्रेस वे पर एंबुलेंस गार्ड की व्यवस्था की गई है. साथ ही सीसीटीवी कैमरे से भी मॉनिटरिंग की जा रही है.
एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के अगले दिन सोमवार से वाहनों का संचालन शुरू हो गया था. इसी बीच पहले दिन ही दिन दौसा में एक भीषण हादसा हो गया. दिल्ली नंबर की एक कार और जुगाड़ में टक्कर हुई. हादसे में दोनों ही वाहनों के परखच्चे उड़ गए और कार पलट गई. जुगाड़ में बैठे लोग डिवाइडर की जगह पर लगे पेड़ पौधों में जाकर गिरे. हादसे में कार सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. घटना की सूचना मिलने के बाद सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची. दोनों घायलों को तत्काल दौसा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं, दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को एक्सप्रेस वे से दूर हटाकर यातायात सुचारू करवाया गया.
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इस मामले की जांच के आदेश दिए गए इसकी जांच रिपोर्ट आ चुकी है. एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि जुगाड़ एक्सप्रेस वे से कचरा उठाने के लिए गया था. जबकि कार एक्सप्रेस वे की दीवार तोड़कर एक्सप्रेस वे पर चढ़ी थी. टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कार के प्रवेश का कोई वीडियो नहीं मिला है. तो वहीं जुगाड़ पर बैठे लोग कैमरे में एक्सप्रेस वे पर कचरा फेंकते नजर आ रहे हैं. दोनों की आमने सामने टक्कर हुई.
हालांकि हादसे में लोग घायल हुए. गनीमत रही कि किसी की जान नहीं गई. यह सूचना आग की तरह पूरे देश में फैल गई. जिसके बाद एनएचएआई के अधिकारी हरकत में आए व तुरंत एनएचएआई पर चढ़ने वाले वाहनों को रोका गया. अधिकारियों ने कहा कि आधिकारिक रूप से लोगों को प्रवेश नहीं दिया गया था. लोग अवैध कट से चल रहे थे. सभी जगह बने हुए कटों को बंद करा दिया गया है.