अलवर. रणथंभौर से सरिस्का में शिफ्ट किए गए बाघ st29 ने भैंस का शिकार किया (Tiger St29 hunted buffalo) है. यह बाघ आबादी की तरफ बढ़ रहा है. ऐसे में बाघ की मॉनिटरिंग बढ़ाई गई है. सरिस्का के अधिकारियों ने कहा कि रणथंभौर के बाघ जंगल से बाहर निकलते हैं. इसलिए बाघ पर नजर रखी जा रही है. जिस एरिया में बाघ st29 है, वहां तीन बाघिन की टैरेटरी है.
रणथंभौर से सरिस्का में शिफ्ट किया गया युवा बाघ को सरिस्का का जंगल भाने लगा है. बीते दिनों बाघ ने एक भैंस का शिकार किया. साथ ही आसपास के क्षेत्र में घूम कर जंगल का जायजा लिया. सरिस्का में बाघिन एसटी 10, एसटी 12 और एसटी 22 के साथ कोई भी मेल बाघ नहीं था. बाघिन एसटी 10 लोज एरिया, एसटी 12 पनिढाल और एसटी 22 पनिढाल के पास रहती है. सरिस्का के अधिकारियों ने कहा युवा बाघ आबादी की तरफ बढ़ रहा है. अधिकारियों ने बताया कि रणथंभौर के बाघ जंगल से बाहर निकलते हैं. वहां के बाघों का यह स्वभाव है. ऐसे में युवा बाघ जंगल से बाहर नहीं निकले, इसके लिए सरिस्का प्रशासन की तरफ से भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
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सरिस्का के अधिकारियों ने कहा कि बाघ की मॉनिटरिंग के लिए 24 घंटे 5 टीमें लगी हुई हैं. साथ ही उसकी प्रत्येक मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है. बाघ के गले में रेडियो कॉलर जीपीएस लगा हुआ है. ऐसे में जीपीएस के साथ ही अन्य संसाधनों की मदद से बाघ की मॉनिटरिंग चल रही है. सरिस्का में आने वाले पर्यटकों को बाघों की बेहतर साइटिंग हो रही है. इससे पर्यटकों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है.
टेरिटरी बनाने में मिलेगी मददः सरिस्का के अधिकारियों ने कहा कि युवा बाघ को सरिस्का में टेरिटरी बनाने में दिक्कत नहीं होगी. क्योंकि जिस क्षेत्र में बाघ इस समय घूम रहा है, वहां कोई अन्य बाघ नहीं है. तीन बाघिन उस जंगल क्षेत्र में हैं. साथ ही किसी भी तरह का मानव दखल नहीं है.