अलवर. दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे को आमजन के लिए खोल दिया गया है. साथ ही इसपर टोल वसूली की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. लोगों में एक्सप्रेस वे पर सफर करने को लेकर उत्साह के साथ ही परेशानी भी है. ये परेशानी है आवारा जानवरों की, जो बीच हाईवे अचानक आ जाते हैं. ऐसे में हादसों का खतरा भी बढ़ गया है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि दिल्ली से दोसा व दौसा से दिल्ली जाते समय एक्सप्रेस वे पर अचानक आवारा कुत्ते, नीलगाय व गाय आ जाते हैं. एक्सप्रेस वे पर वाहन की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा रहती है, ऐसे में हादसा होने का खतरा रहता है. एक्सप्रेस वे पर सफर करने वाले लोगों ने ईटीवी भारत से अपने अनुभव साझा किए. उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस वे जमीन से काफी ऊपर है, लेकिन इसके बाद भी आवारा जानवर यहां पर पहुंच जाते हैं. ऐसे में एनएचएआई व जिम्मेदार एजेंसियों को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है.
दिल्ली से अलवर आ रहे हिमांशु ने बताया कि एक्सप्रेस वे पर जगह-जगह आवारा जानवर घूमते हुए नजर आए, जिसके कारण अचानक ब्रेक लगाना पड़ता है. प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए. एक्सप्रेस वे पर चारदीवारी में तारबंदी की व्यवस्था को बेहतर किया जाए. इसके अलावा खेत में अन्य जगहों पर बने कटों को भी बंद किया जाए.
एक्सप्रेस वे पर कैसे पहुंचे : दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद से एक्सप्रेस वे की सीधी कनेक्टिविटी दी जा रही है. दिल्ली से आने वाले डीएनडी से जैतपुर, बल्लभगढ़ के रास्ते सोहना आकर इस एक्सप्रेसवे पर आ सकते हैं. फरीदाबाद से एक्सप्रेस वे को जोड़ने के लिए 25 किलोमीटर लंबा रिंग रोड बनाया गया है. नोएडा में डीएनडी फ्लाईओवर से कालिंदी कुंज, फरीदाबाद होते हुए मंडकौला गांव के पास दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे से जुड़ा जा सकेगा.
पीएम ने किया उद्घाटन : 12 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के 246 किलोमीटर लंबे पहले फेस का उद्घाटन किया था. हरियाणा के सोहना से राजस्थान के दौसा के बीच वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है. पहले दिल्ली से जयपुर पहुंचने में करीब 5 घंटे लगते थे, लेकिन एक्सप्रेस वे शुरू होने के बाद तीन से साढ़े तीन घंटे में जयपुर तक का सफर तय कर सकेंगे. इस एक्सप्रेस वे पर ऑटो, बाइक चलाने की पाबंदी रहेगी. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर ट्रेवलर्स को तेज रफ्तार के अलावा कई सुविधाएं मिल रही हैं.