अलवर. कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में सिंगल ओपीडी व्यवस्था शुरू की गई है. गुरुवार से अस्पताल में सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक ओपीडी चलेगी. इसके अलावा अन्य विभागों की ओपीडी बंद रहेगी. साथ ही शिशु अस्पताल और जनाना अस्पताल में ओपीडी की अलग से व्यवस्था यथावत जारी रहेगी.
अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में जयपुर के SMS मेडिकल कॉलेज के बाद सबसे ज्यादा मरीजों की ओपीडी रहती है. अस्पताल की ओपीडी में चार हजार से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच कुछ समय से ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या में खासी गिरावट हुई. कोरोना के बिगड़ते हालात को देखते हुए सामान्य अस्पताल में नई व्यवस्था लागू की जा रही है. 29 अप्रैल से सिंगल ओपीडी शुरू की जा रही है. सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक 12 घंटे यह ओपीडी चलेगी. इसमें सभी बीमारियों के मरीज अपना इलाज करा सकेंगे. अस्पताल में इसके अलावा चलने वाली नेत्र, ईएनटी, चर्म रोग, दंत, हड्डी रोग व सर्जरी सहित अन्य ओपीडी बंद रहेंगी. हालांकि, जनाना अस्पताल और शिशु अस्पताल में पहले की तरह व्यवस्था जारी रहेगी.
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दूसरी तरफ कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती करने और उनके लिए ओपीडी सुविधा अस्पताल के सामने इमरती देवी धर्मशाला में की गई है, जो लगातार जारी है. अस्पताल प्रशासन ने कहा कि स्टाफ की कमी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. लगातार कोरोना का प्रभाव बढ़ रहा है. नए वार्ड शुरू किए जा रही है. लोड्स हॉस्पिटल में कोविड केयर सेंटर भी शुरू किया गया है. ऐसे में स्टाफ की हो रही कमी को देखते हुए अस्पताल प्रशासन की तरफ से यह फैसला लिया गया है.
नर्सिंग छात्रों को ड्यूटी पर लगाया गया
अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में 6 डॉक्टर, 27 नर्सिंग कर्मी व 10 से अधिक वार्ड बॉय कंप्यूटर ऑपरेटर सहित अन्य श्रेणी के कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. दूसरी तरफ लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कोरोना के नए वार्ड शुरू किए जा रहे हैं. लॉट्स में कोविड केयर सेंटर शुरू किया गया है. ऐसे में लगातार स्टाफ की कमी हो रही है. हालांकि, जरूरत के हिसाब से ग्रामीण क्षेत्र से स्टाफ को अलवर लगाया जा रहा है लेकिन उसके बाद भी लगातार स्टाफ की कमी हो रही है. ऐसे में अब नर्सिंग छात्रों को ड्यूटी पर लगाया गया है. इसके अलावा डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ की छुट्टियां आगामी आदेश के लिए समाप्त कर दी गई हैं. ऐसे में किसी भी स्टाफ को अवकाश नहीं मिलेगा.
सामान्य अस्पताल के आईसीयू, कोविड वार्ड, कोविड केयर सेंटर में नर्सिंग छात्रों की ड्यूटी लगाई गई है. ऐसे में अब नर्सिंग छात्रों के भरोसे कोरोना संक्रमित मरीज रहेंगे. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि सभी मरीजों को बेहतर सुविधा मिले. इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. स्वास्थ विभाग के अधिकारियों ने कहा डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ को वैक्सीन लग चुकी है लेकिन उसके बाद भी लोग पॉजिटिव आए हैं. वैक्सीन लगने से कोरोना का खतरा कम हो जाता है. डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ के पॉजिटिव आने से अस्पताल में व्यवस्थाएं भी गड़बड़ आने लगी है और कामकाज प्रभावित हो रहे हैं.
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील चौहान ने कहा कि सभी नर्सिंग स्टाफ डॉक्टरों की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई हैं. साथ ही जरूरत के हिसाब से डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ की जानकारी मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी व जिला कलेक्टर को दी गई है. ग्रामीण क्षेत्र की जिन सीएचसी व पीएससी पर मरीजों का भार कम है. उन जगह से डॉक्टर के नर्सिंग स्टाफ सामान्य अस्पताल में लगाई जा रही हैं.