रामगढ़ (अलवर). जिले के रामगढ़ क्षेत्र के अलावड़ा में राशनकार्ड में एंट्री और POS मशीन पर अंगूठे का निशान लगवाने के बाद भी सैंकड़ों उपभोक्ताओं को राशन नहीं मिल रहा है. राशन देने की बजाय राशन डीलर उपभोक्ताओं को एक जगह से दूसरी जगह घुमा रहे हैं. सरकार की तरफ से प्रवासी श्रमिकों के लिए निःशुल्क राशन और एक किलो चना नवम्बर महीने तक देने की घोषणा की गई है.
दो रुपये किलो में राशन पांच किलो प्रति सदस्य दिया जाता है. पिछले महीने गेहूं खत्म होने की बात कहते हुए अलावड़ा गांव के राशन डीलर ने उपभोक्ताओं को चौमा गांव के डीलर के पास ले जाकर राशन कार्ड में एंट्री करवा दी. वहीं चौमा गांव के डीलर की POS मशीन में उपभोक्ताओं के अंगूठे भी लगवा दिए. इसके बाद राशन डीलर ने कहा कि गेहूं समाप्त हो गए हैं. जब गेहूं आएंगे तभी राशन वितरण किया जाएगा. जिसके बाद राशन डीलर ने उपभोक्ताओं को वापस भेज दिया.
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बुधवार को सैकड़ों उपभोक्ताओं को अलावड़ा डीलर ने राशन कार्ड वापस लौटाते हुए चौमा गांव के डीलर के पास भेज दिया. अलावड़ा गांव के डीलर ने कहा कि पिछले महीने का गेहूं वहीं से लेना होगा. जिसके बाद चौमा गांव के डीलर ने उपभोक्ताओं को वापस अलावड़ा के डीलर के पास ये कहते हुए भेज दिया कि राशन वहीं से मिलेगा. सैकड़ों उपभोक्ताओं को दोनों जगह से पिछले महीने का राशन नहीं दिया जा रहा है. इस बारे में कस्बा अलावड़ा के राशन डीलर अमीचंद का कहना है कि मेरे पास गेहूं समाप्त होने के बाद अधिकारी के कहने पर उपभोक्ताओं को चौमा डीलर के पास को लेकर गया. जहां उपभोक्ताओं के राशन कार्ड में एंट्री करने और POS मशीन में अगूंठा लगाने के बाद वहां भी राशन समाप्त हो गया.
अलावड़ा के राशन डीलर ने कहा कि चौमा का डीलर अब राशन क्यों नहीं दे रहा इसके बारे में उसे नहीं पता है. जब यह मामला रसद अधिकारी के पास पहुंचा तो रसद अधिकारी मनीष अवस्थी ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है और दोनों डीलरों को 2 दिन का समय दिया गया है. अगर फिर भी उपभोक्ताओं को राशन का वितरण नहीं होता है तो डीलरों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाएगी.