बानसूर (अलवर). जिले के बानसूर कस्बे के सीएचसी का कायाकल्प होने के बाद यहां मरीजों को निजी अस्पतालों से भी बेहतर सुविधाएं मिलने लगी है. सरकारी अस्पताल परिसर एवं वार्डों में साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है. यहां जनरल एवं महिला वार्ड में मरीजों के लिए एसी और म्यूजिक व्यवस्थाएं की है. लोगों ने इसका श्रेय चिकित्सा प्रभारी डॉ. डीआर यादव और पूरे स्टाफ को दिया है.
कायाकल्प के बाद बानसूर का सरकारी अस्पताल निजी अस्पतालों से बेहतर नजर आने लगा है. यहां लेबर वार्ड में 4 एसी और एलसीडी लगाई गई है. बानसूर अस्पताल को सम्मानित भी किया जा चुका है. यहां के नर्सिंग कर्मचारियों द्वारा समय-समय पर मरीजों की देखभाल की जाती है. साथ ही मरीजों के बिस्तरों की भी समय-समय पर सफाई की जाती है.
हालांकि सरकारी अस्पताल में कुछ सुविधाओं की कमी है. जिनमें स्त्री रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, कनिष्ठ विशेषज्ञ(सर्जरी), कनिष्ठ विशेषज्ञ(मिडिसिन), सोनोग्राफी मशीन, इमरजेंसी वार्ड में आधुनिक सुविधाओं के साथ ही वार्डों में बेड की संख्या बढ़ाने की जरूरत है. जो पूरी होने पर कस्बे एवं आस-पास के क्षेत्रों के मरीजों को कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी.
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सीएचसी प्रभारी डॉ. डीआर यादव ने बताया कि अस्पताल के कायाकल्प में भामाशाहों व स्टाफ का अहम योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि 2013 में प्रशासनिक स्वीकृति जारी हुई थी. उस समय अस्पताल में 50 बेड स्वीकृत हुए. फिलहाल अलवर जिले में ओपीडी में बानसूर सीएचसी दूसरे पायदान पर है. वित्तीय स्वीकृति मिलने पर अस्पताल की अधूरी समस्याओं को पूरा करने के प्रयास किये जाएंगे.