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राज्यसभा में नागरिकता संसोधन बिल पास होने पर पाक शरणार्थियों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर जाहिर की खुशी

अलवर जिले के किशनगढ़बास क्षेत्र में रह रहे पाक नागरिक नागरिकता संशोधन बिल से खुश है. ये वो लोग है जो पिछले 19 साल से भारत की नागरिकता मिलने का इंतजार कर रहे हैं.  भारतीय नागरिकता की आस लगाए बैठे इन लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का शुक्रिया अदा किया.

Pak refugees, पाक शरणार्थी
पाक शरणार्थियों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर जाहिर की खुशी.
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Published : Dec 12, 2019, 6:38 PM IST

अलवर/किशनगढ़बास. क्षेत्र में पाकिस्तान से खैरथल आकर बसे पाक नागरिक भारत की नागरिकता मिलने की बाट जो रहे थे. सालों से यह लोग दफ्तर -दफ्तर हिंदुस्तानी नागरिकता का प्रमाण पत्र पाने के लिए चक्कर काट रहे थे. जानकारी के अनुसार करीब 19 साल पहले पाकिस्तान से आकर खैरथल कस्बे में रह रहे पाक नागरिक पोपटमल और उनकी पत्नी जयवंती ने बताया कि वर्ष 2001 में पाकिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न से परेशान होकर भारत आये थे.

पाक शरणार्थियों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर जाहिर की खुशी.

2009 से लगातार भारतीय नागरिकता का आवेदन करने पर भी उनको भारतीय नागरिकता नहीं मिली है अब तक. पाक नागरिक पोपटमल और उनकी पत्नी जयवंती ने कहा कि वर्ष 2001 में पुष्करणा ब्राह्मण समाज के 25 पाक नागरिक पाकिस्तान से आकर खैरथल कस्बे में रह रहे हैं. आज भी यह परिवार भारतीय नागरिकता मिलने का इंतजार कर रहे हैं. जबकि वर्ष 2016 से भारत सरकार के द्वारा नागरिकता संशोधन विधेयक में पाकिस्तान से आए अल्पसंख्यक हिन्दू को नागरिकता पर मुहर लगाई गई थी. जिसमें राजस्थान के 4 जिलो (जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर, बाड़मेर) के कलेक्टर को नागरिकता का अधिकार सौंपा गया और बाकि जिलों में कागजी कार्रवाई करने के बाद गृह सचिव को नागरिकता पत्र सौंपा गया था.

अलवर जिले में रह रहे परिवारों ने भी नागरिकता का आवेदन किया ओर दिसंबर 2017 में खैरथल में रह रहे दो पाक नागरिक पोपटमल और उनकी पत्नी जयवंती का पुलिस वेरिफिकेशन करा जिला कलेक्टर राजन विशाल के द्वारा भारतीय नागरिकता की सपथ दिलाई गई थीं. लेकिन अभी तक उनको भारतीय नागरिक होने का प्रमाण पत्र नहीं मिला है, जबकि राजस्थान के अन्य जिलों में कार्य हो रहे हैं लेकिन प्रशासन की लचर कार्यशैली के चलते अलवर में अभी इस विषय पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.

ये भी पढ़ें: इस घर को मिली देश की पहली 'नागरिकता', पाक से प्रताड़ित होकर भारत आया था ये परिवार...

खैरथल में रह रहे पाक नागरिकों ने प्रशासन से गुहार लगाते हुए मांग कि है उन्हें अति शीघ्र भारतीय नागरिक होने का प्रमाण पत्र दिया जाए. ताकि उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके. उनके पास अभी भी राशनकार्ड, आधार कार्ड, भामाशाह कार्ड नहीं हैं. यहां तक कि उनके बच्चों की शादी ब्याह और पढ़ाई लिखाई में भी अड़चनें पैदा होती है. उनके पास अपना घर भी नहीं है जिससे ये लोग अपना आशियाना बना कर सुखी जीवन व्यातीत कर सके. वहीं राज्य सभा मे नागरिकता संसोधन बिल पास होने के बाद इन परिवार में खुशी का माहौल है. भारतीय नागरिकता की आस लगाए बैठे इन लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को शुक्रिया भी अदा किया.

अलवर/किशनगढ़बास. क्षेत्र में पाकिस्तान से खैरथल आकर बसे पाक नागरिक भारत की नागरिकता मिलने की बाट जो रहे थे. सालों से यह लोग दफ्तर -दफ्तर हिंदुस्तानी नागरिकता का प्रमाण पत्र पाने के लिए चक्कर काट रहे थे. जानकारी के अनुसार करीब 19 साल पहले पाकिस्तान से आकर खैरथल कस्बे में रह रहे पाक नागरिक पोपटमल और उनकी पत्नी जयवंती ने बताया कि वर्ष 2001 में पाकिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न से परेशान होकर भारत आये थे.

पाक शरणार्थियों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर जाहिर की खुशी.

2009 से लगातार भारतीय नागरिकता का आवेदन करने पर भी उनको भारतीय नागरिकता नहीं मिली है अब तक. पाक नागरिक पोपटमल और उनकी पत्नी जयवंती ने कहा कि वर्ष 2001 में पुष्करणा ब्राह्मण समाज के 25 पाक नागरिक पाकिस्तान से आकर खैरथल कस्बे में रह रहे हैं. आज भी यह परिवार भारतीय नागरिकता मिलने का इंतजार कर रहे हैं. जबकि वर्ष 2016 से भारत सरकार के द्वारा नागरिकता संशोधन विधेयक में पाकिस्तान से आए अल्पसंख्यक हिन्दू को नागरिकता पर मुहर लगाई गई थी. जिसमें राजस्थान के 4 जिलो (जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर, बाड़मेर) के कलेक्टर को नागरिकता का अधिकार सौंपा गया और बाकि जिलों में कागजी कार्रवाई करने के बाद गृह सचिव को नागरिकता पत्र सौंपा गया था.

अलवर जिले में रह रहे परिवारों ने भी नागरिकता का आवेदन किया ओर दिसंबर 2017 में खैरथल में रह रहे दो पाक नागरिक पोपटमल और उनकी पत्नी जयवंती का पुलिस वेरिफिकेशन करा जिला कलेक्टर राजन विशाल के द्वारा भारतीय नागरिकता की सपथ दिलाई गई थीं. लेकिन अभी तक उनको भारतीय नागरिक होने का प्रमाण पत्र नहीं मिला है, जबकि राजस्थान के अन्य जिलों में कार्य हो रहे हैं लेकिन प्रशासन की लचर कार्यशैली के चलते अलवर में अभी इस विषय पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.

ये भी पढ़ें: इस घर को मिली देश की पहली 'नागरिकता', पाक से प्रताड़ित होकर भारत आया था ये परिवार...

खैरथल में रह रहे पाक नागरिकों ने प्रशासन से गुहार लगाते हुए मांग कि है उन्हें अति शीघ्र भारतीय नागरिक होने का प्रमाण पत्र दिया जाए. ताकि उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके. उनके पास अभी भी राशनकार्ड, आधार कार्ड, भामाशाह कार्ड नहीं हैं. यहां तक कि उनके बच्चों की शादी ब्याह और पढ़ाई लिखाई में भी अड़चनें पैदा होती है. उनके पास अपना घर भी नहीं है जिससे ये लोग अपना आशियाना बना कर सुखी जीवन व्यातीत कर सके. वहीं राज्य सभा मे नागरिकता संसोधन बिल पास होने के बाद इन परिवार में खुशी का माहौल है. भारतीय नागरिकता की आस लगाए बैठे इन लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को शुक्रिया भी अदा किया.

Intro:Body:एंकर ... नागरिकता संसोधन बिल राज्यसभा में पास होने के बाद पाकिस्तान से आकर रह रहे पाक नागरिकों को खुशी का कोई ठिकाना नही रहा,टीवी पर बिल पास होने के बाद परिवार के लोगो ने मिठाई बाट कर खुशी का इजहार कर अमित शाह व मोदी का आभार व्यक्त किया,
परिवार के सदस्य पिछले 19 साल से इंतजार कर रहे थे भारतीय नागरिकता का जिस के कारण बिना भारतीय नागरिकता के नहीं होने के कारण बच्चो के एडमिशन व बच्चों के रिश्ते नही हो पा रहे थे,कुछ परिवारो को 2017 में कलक्टर साहब द्वारा भारतीय नागरिकता की शपथ दिलाई गई थी लेकिन तंत्र की ढिलाई के चलते आज तक भारतीय नागरिकता नहीं मिली है।

वीओ ...किशनगढ़बास के क्षेत्र खैरथल मे पाकिस्तान से खैरथल आकर बसे पाक नागरिक भारत की नागरिकता मिलने की बाट जो रहे थे । सालों से यह लोग दफ्तर -दफ्तर हिंदुस्तानी नागरिकता का प्रमाण पत्र पाने के लिए चक्कर काट रहे थे। जानकारी के अनुसार करीब उन्नीस साल पहले पाकिस्तान से आकर खैरथल कस्बे में रह रहे पाक नागरिक पोपटमल व उनकी पत्नी जयवंती ने बताया कि वर्ष 2001 में पाकिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न से परेशान होकर भारत आये हिन्दू परिवार जो आज भी भारतीय नागरिकता का इंतजार कर रहे है। 2009 से लगातार भारतीय नागरिकता का आवेदन करने पर भी आज तक उनको भारतीय नागरिकता नहीं मिली ।
पाक नागरिक पोपटमल व उनकी पत्नी जयवंती ने कहा कि वर्ष 2001 में पुष्करणा ब्राह्मण समाज के 25 पाक नागरिक पाकिस्तान से आकर खैरथल कस्बे में रह रहे हैं।जिन्हें आज तक भारतीय नागरिकता नहीं मिली है। आज भी यह परिवार भारतीय नागरिकता मिलने का इंतजार कर रहे है। जबकि वर्ष 2016 से भारत सरकार के द्वारा नागरिकता संशोधन विधेयक में पाकिस्तान से आए अल्पसंख्यक हिन्दू को नागरिकता पर मुहर लगाई गई थी जिसमें राजस्थान के 4 जिलो(जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर, बाडमेर) के कलेक्टर को नागरिकता का अधिकार सौंपा गया एवं बाकि जिलों में कागजी कार्रवाई करने के बाद गृह सचिव को नागरिकता पत्र सौंपा गया था।अलवर जिले में रह रहे परिवार ने भी नागरिकता का आवेदन किया ओर दिसंबर 2017 में खैरथल में रह रहे दो पाक नागरिक पोपटमल व उनकी पत्नी जयवंती का पुलिस वेरिफिकेशन करा कर जिला कलेक्टर राजन विशाल के द्वारा भारतीय नागरिकता की सपथ दिलाई गई थीं। लेकिन तंत्र की ढीलाई से अभी तक उनको भारतीय नागरिक होने का प्रमाण पत्र नहीं मिला है। जबकि राजस्थान के अन्य जिलों में कार्य हो रहे हैं लेकिन शासक व प्रशासन की लचर कार्यशैली के चलते अलवर में अभी इस विषय पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। खैरथल में रह रहे पाक नागरिकों ने प्रशासन से गुहार लगाते हुए मांग कि है उन्हें अति शीघ्र भारतीय नागरिक होने का प्रमाण पत्र दिया जाए ताकि उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।आज तक उनके पास ना ही राशनकार्ड,आधार कार्ड, भामाशाह कार्ड कुछ नहीं हैं।यहां तक कि उनके बच्चों की शादी ब्याह एवं पढ़ाई लिखाई में भी अड़चनें पैदा हो रही है।उनके पास अपना घर भी नहीं है जिससे ये लोग अपना आशियाना बना कर सुखी जीवन व्याप्त कर सके। कल राज्य सभा मे नागरिकता संसोधन बिल पास होने के बाद परिवार के सदस्यों का कोई खुशी का ठिकाना नही रहा । परिवार के लोगो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शा को भगवान बताया और अपने नये जन्म होने की बात कही ।
बाईट : पोपट मल
बाईट : रवि आचार्य
बाईट : रोमा आचार्यConclusion:
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