अलवर. अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल के बर्न वार्ड में तैनात एक महिला स्टाफ ने हॉस्पिटल के नर्सिंग स्टाफ व प्रमुख चिकित्सा अधिकारी पर छेड़छाड़ व अभद्र भाषा बोलने का आरोप लगाया है. इसी मामले में पीड़िता ने मामले की लिखित शिकायत महिला थाना पुलिस को दी है. महिला थाना पुलिस ने एफ आई आर दर्ज करते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी है. हालांकि अस्पताल के कर्मचारी ने स्टाफ ने इसका खंडन किया है तो वहीं पुलिस ने इसकी जांच डिप्टी एसपी को सौंपी है.
अलवर का राजीव गांधी सामान्य अस्पताल एक बार फिर से विवादों में चल रहा है. अस्पताल के बर्न वार्ड में तैनात एक महिला कर्मी ने नर्सिंग कर्मी व हॉस्पिटल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी पर अभद्र भाषा बोलने, जातिसूचक शब्द कहने और छेड़छाड़ का आरोप लगाया है. इस संबंध में पहले तो पीड़िता ने परिजनों के साथ अस्पताल में पहुंचकर हंगामा काटा और उसके बाद मामले की सूचना महिला थाना पुलिस को भी दी. पुलिस ने लिखित शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. अस्पताल कर्मी इस पूरे मामले को झूठा बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि महिला कर्मी मनमानी करती है. समय पर ड्यूटी पर नहीं आती है. उसकी इस अनुशासनहीनता से खिन्न होकर जब अधिकारियों ने उसे नौकरी से हटाने की चेतावनी दी. इसी के बाद उसने (पीडिता) ने उनके खिलाफ झूठा आरोप लगाया है.
इस मामले में महिला थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. इसकी जांच डिप्टी एसपी को दी है. अधिकारियों ने कहा कि महिला पहले भी sc-st मामले में फंसाने की धमकी दे चुकी है. हॉस्पिटल में समय पर नहीं आती है व मनमानी करती है. कुछ भी बोलने पर झूठे मामले में फंसाने की धमकी देती है. ऐसे में हॉस्पिटल के स्टाफ व अधिकारियों ने महिला कर्मी को नौकरी से हटाने का नोटिस दिया. इसके बाद महिला ने झूठा मामला दर्ज कराया है. इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए इसकी जांच डिप्टी एसपी को सौंपी है. पुलिस ने कहा कि इस मामले में पीड़िता के साथ साथ आरोपी लोगों के भी बयान दर्ज किए जाएंगे. इसके अलावे हॉस्पिटल के अन्य स्टाफ से भी पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए जाएंगे.