रामगढ़ (अलवर). नागरिक संशोधन अधिनियम 2019 के विरोध में क्षेत्रीय मुस्लिम समाज ने शुक्रवार को रामगढ़ कस्बे में प्रदर्शन किया. एक्ट को लेकर हुए विरोध में जुम्मे की नमाज के बाद करीब एक सौ लोग तहसील मंच पर जुटे. सपाट मैनेजर और रमजान खान के नेतृत्व में आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की गई.
साथ ही अधिनियम को काला कानून बताते हुए इसे धार्मिक आधार पर बांटने वाला बिल बताया गया. संविधान के अनुच्छेद 14 और 15 के विरोध में हुए बिल को देश के लिए विभाजन कारी बताया. तहसील मंच के बाद विरोध जुलूस बस स्टैंड से होते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे. एसडीएम रेणु मीणा को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
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ज्ञापन में इस अधिनियम को काला कानून में धार्मिक आधार पर बांटने वाला बताते हुए इसे रद्द करने की मांग की गई. साथ ही धार्मिक आधार पर पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के लोगों को नागरिकता देने को गलत बताते हुए सर्वोच्च न्यायालय को संज्ञान लेने की अपील की गई. प्रदर्शन के दौरान रामु मेघवाल, रोहिताश सैनी, इंसाफ बालोत ,युसूफ खान, मुस्ताक खान ,फखरुद्दीन, समीर खान, वसीम खान, आस मोहम्मद, मुजीब खान और सपात मैनेजर सहित समाज के सेंकड़ो लोग मौजूद रहे.
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साथ ही संयमित रहकर भारत मां के जयकारों के साथ भारत मां के चार सिपाही हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई आदि नारे लगाए गए. इस दौरान पुलिस उपाधीक्षक दक्षिण दीपक कुमार, सीआई वीरेंद्र यादव, नौगांवा थानाधिकारी मोहनसिंह और गोविंदगढ़ थाना अधिकारी सज्जन सिंह सहित रामगढ़ वृतका पुलिस जाब्ता तैनात रहा.