अलवर. जिले के खेडली में पिछले चार दिनों से लापता दलित महिला का शव गुरुवार को एक कुएं में मिला. मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कुएं से निकलवाया. हालांकि इस दौरान शव को कुएं से निकलवाने में काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा. शव को पोस्टमॉर्टम कराने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया गया है.
इस मामले में खेड़ली के एक व्यक्ति ने पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया था कि उसकी पत्नी 5 मई को रात 9 बजे अपने पड़ोसी के लड़कों की शादी में शामिल होने गई थी. अगले दिन 6 मई को सुबह तक उसको अपने घर वापस आना था, लेकिन महिला के घर वापस नहीं आई. इस पर उसके बारे में जानकारी लेने जब पति पड़ोसी के घर पहुंचा तो बताया गया कि रात को डीजे वो नजर आ रही थी. उसके बाद महिला का कुछ पता नहीं चला.
महिला के पति ने पुलिस को अपनी पत्नी के अपहरण करने ली जानकारी दी. उसने गांव के तोताराम गुर्जर, सियाराम गुर्जर, शुभम गुर्जर, दयाराम, हुकुम, राजा राम और करतार के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया. चार दिन बाद गुरुवार को लोगों ने गांव के कुएं में किसी के गिरे होने की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों और पुलिस की मदद से शव को बाहर निकाला और उसकी पहचान कारवाई.
लक्ष्मणगढ़ सर्किल ऑफिसर ओमप्रकाश मीणा ने बताया कि परिवादी ने कुछ लोगों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया था, जबकि पहले भी दलित वर्ग के लोगों ने उन्हीं के खिलाफ अनुसूचित जाति का मामला दर्ज किया था. इसमें पुलिस ने जांचकर मामले में चालान पेश किया था, तभी से दोनों वर्गों में आपसी रंजिश चल रही है.