अलवर. प्रदेश की राजनीति में घमासान मचा हुआ है. उप मुख्यमंत्री पद से सचिन पायलट को हटाए जाने के बाद अब मंत्रियों को भी निष्कासित करने की प्रक्रिया चल रही है. न्यायालय तक यह मामला पहुंच गया है. इस सबके बीच लंबे समय बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह का बयान आया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी स्टेबल है और सरकार के पास पूर्ण बहुमत है. उन्होंने कहा कि बहुत दुख की बात है कि उपमुख्यमंत्री ने सरकार से दूरी बना ली है.
उन्होंने कहा कि सचिन पायलट मेरे दोस्त भी रहे है. कांग्रेस पार्टी ने उनको बड़ा मौका दिया. आज जो उनकी पहचान है वो कांग्रेस पार्टी की वजह से है. 27 से 28 साल की उम्र में वो लोकसभा में चुनकर पहली बार जीतकर लोकसभा पहुंचे थे. उसके बाद उनको यूनियन मिनिस्टर बनाया गया. दो बार वो मंत्री रहे केंद्र में भी मंत्री बनाया गया. प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी दी गई. इतना ही नहीं प्रदेश में उपमुख्यमंत्री की जिम्मेदारी भी पार्टी ने उनको दी.
जितेंद्र सिंह ने युवाओं पर बोलते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक युवाओं को मौका दिया है और इसका परिणाम भी देखने को मिला। सभी राज्यों में युवा और सामान्य वर्ग के लोग विधायक और मंत्री बने हैं. उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में मंत्री और विधायक बने नेताओं का जिक्र करते हुए उदाहरण भी दिए.
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पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि इसी तरह से सैकड़ों लोग हैं जिनको पार्टी ने मौका दिया है. लेकिन दुख की बात यह है कि वो लोग यह नहीं सीख पाते हैं कि पार्टी के जो वरिष्ठ नेता हैं उनसे युवाओं को सीखना चाहिए. कांग्रेस पार्टी का नेता जब सदस्य बनता है, मंत्री बनता है, एमएलए बनता है तो शपथ लेता है कि वो अपने लिए नहीं देश के लिए काम करेगा, लेकिन दुख की बात है कि युवा नेता अपनी पावर और खुद के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी के साथ ही सीनियर लीडरशिप से नहीं सीख पाते हैं. युवाओं को उनके लंबे राजनीतिक अनुभव से सीखने की आवश्यकता है. जितेंद्र सिंह के इस बयान पर अब प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं.