बहरोड़ (अलवर). राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन चल रहा है. मंगलवार को तौकते तूफान के कारण यहां किसानों के टेंट उखड़ गए थे और बारिश के कारण सामान भींग गया था. गुरुवार को किसान नेता राकेश टिकैत राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पहुंचे और किसान नेताओं से बातचीत की.
अब पक्की दीवार बनाई जाएगी
इस दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि तौकते तूफान से हुए नुकसान की जानकारी लेने आया हूं. उन्होंने कहा कि खाने और रहने का सामान किसानों तक पहुंचाया जाएगा. उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाएगी तब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि बारिश के कारण टेंट और तंबू उखड़ गए हैं, लेकिन इस बार पक्की दीवार बनाकर टीन डाली जाएगी.
आंदोलन फिर से तेज किया जाएगा
राकेश टिकैत ने कहा कि कोरोना का रास्ता अस्पताल जाता है, लेकिन किसानों का रास्ता पार्लियामेंट तक जाता है. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन से बहुत कुछ सीखने को मिला है. किसान आंदोलन फिर से तेज किया जाएगा.
कोरोना प्रोटोकॉल की उड़ी धज्जियां
वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत के राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पहुंचने पर लोगों ने कोरोना गाइडलाइन की पालना नहीं की. इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ाई गई.