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अलवर: नगर परिषद की बजट बैठक में जमकर हंगामा, भाजपा पार्षदों ने लगाए आरोप - राजस्थान न्यूज

अलवर में शुक्रवार को नगर परिषद में बजट सत्र की बैठक हुई. यह बैठक जमकर हंगामेदार रही. हंगामा बढ़ने पर सभापति सदन से बाहर आ गई. इसका भाजपा के पार्षदों ने जमकर विरोध किया. पार्षद सभापति से माफी मांगने तक की बात कहने लगे.

Budget meeting of the city council in alwar, बजट बैठक नगर परिषद अलवर
बजट बैठक में हुआ जमकर हंगामा
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Published : Feb 7, 2020, 7:39 PM IST

Updated : Feb 7, 2020, 8:33 PM IST

अलवर. नगर परिषद में नया बोर्ड बनने के बाद पहली बार बजट सत्र की बैठक हुई. इसमें शहर के विकास के लिए पार्षदों ने अपने प्रस्ताव दिए, तो वहीं कई मुद्दों पर पार्षदों ने अपना विरोध भी दर्ज कराया. इस दौरान अलवर शहर के विकास के लिए 99 करोड़ का बजट रखा गया. बजट सत्र के दौरान कुछ मुद्दों को लेकर भाजपा पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया. जिसके बाद सभापति बीना गुप्ता और कांग्रेस के पार्षद सदन से बहिष्कार करके सदन से बाहर आ गए. इस पर भाजपा के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया व विरोध दर्ज कराया.

पार्षदों ने कहा कि इस तरह से सदन के बीच में चले जाना सदन का अपमान है. सदन की गरिमा रखते हुए सभापति को सदन फिर से बुलाना चाहिए और सभी से माफी मांगनी चाहिए. उपसभापति घनश्याम गुर्जर ने कहा कि बिना बहस के कांग्रेस बजट पास कराना चाहती है, जो पूरी तरह से गलत है.

इसी के साथ उन्होंने कहा कि जनता का पैसा जनता के ऊपर खर्च होना चाहिए. आम जनता टैक्स के रूप में नगर परिषद को पैसे देती है. ऐसे में जरूरत की जगह उस पैसे का इस्तेमाल होना चाहिए, तो वही जिस तरह से सभापति व कांग्रेस के पार्षद सदन से उठकर गए हैं. उनको फिर से सदन से माफी मांगनी चाहिए और सदन को बुलाकर बजट पर बहस करनी चाहिए.

बजट बैठक में हुआ जमकर हंगामा

इस मौके पर पार्षद पूनिया ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है, तो वही अलवर में कांग्रेस का सदन है. उसके बाद भी अलवर शहर के हालात खराब है लोग परेशान हो रहे हैं, तो वही शहर की दुर्दशा हो रही है, हालांकि कांग्रेसियों ने कहा कि बजट पास हो चुका है. भाजपा के पार्षदों ने कहा कि सदन ने अभी तक बजट पास नहीं किया है.

पढ़ें- टोंक: क्षेत्रीय वन अधिकारी ने सहायक वनपाल से की मारपीट, कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी...

गलत तरह से दबाव बना रहे भाजपा पार्षद: सभापति

हंगामे के बाद नगर परिषद सभापति बिना गुप्ता ने कहा भाजपा के पार्षद उन पर गलत तरह से दबाव बना रहे हैं, वो चाहते हैं कि अभी तक जिन कार्यों की स्वीकृति हुई है व टेंडर प्रक्रिया हुई है. उसको रद्द कर दिया जाए. जबकि जरूरत के हिसाब से कार्य जारी हो रहे हैं. जिन वार्डों में कभी काम नहीं हुआ, जो वार्ड कच्चे हैं. उन पर प्राथमिकता से काम चल रहा है. जबकि पार्षद जबरन दबाव बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि सभी पार्षद बराबर हैं वह सभी वार्डों में समान रूप से काम हो रहा है. बजट को लेकर सभापति फांसी कंफ्यूज है. शुरुआत में उन्होंने कहा कि बजट पास नहीं हुआ है. प्रदेश सरकार से पास कराएंगे, लेकिन पार्षदों के कहने पर उन्होंने कहा कि बजट पास हो गया है. ऐसे में लगातार अलवर में नगर परिषद में कांग्रेस के उपर कई आरोप लग रहे हैं.

अलवर. नगर परिषद में नया बोर्ड बनने के बाद पहली बार बजट सत्र की बैठक हुई. इसमें शहर के विकास के लिए पार्षदों ने अपने प्रस्ताव दिए, तो वहीं कई मुद्दों पर पार्षदों ने अपना विरोध भी दर्ज कराया. इस दौरान अलवर शहर के विकास के लिए 99 करोड़ का बजट रखा गया. बजट सत्र के दौरान कुछ मुद्दों को लेकर भाजपा पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया. जिसके बाद सभापति बीना गुप्ता और कांग्रेस के पार्षद सदन से बहिष्कार करके सदन से बाहर आ गए. इस पर भाजपा के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया व विरोध दर्ज कराया.

पार्षदों ने कहा कि इस तरह से सदन के बीच में चले जाना सदन का अपमान है. सदन की गरिमा रखते हुए सभापति को सदन फिर से बुलाना चाहिए और सभी से माफी मांगनी चाहिए. उपसभापति घनश्याम गुर्जर ने कहा कि बिना बहस के कांग्रेस बजट पास कराना चाहती है, जो पूरी तरह से गलत है.

इसी के साथ उन्होंने कहा कि जनता का पैसा जनता के ऊपर खर्च होना चाहिए. आम जनता टैक्स के रूप में नगर परिषद को पैसे देती है. ऐसे में जरूरत की जगह उस पैसे का इस्तेमाल होना चाहिए, तो वही जिस तरह से सभापति व कांग्रेस के पार्षद सदन से उठकर गए हैं. उनको फिर से सदन से माफी मांगनी चाहिए और सदन को बुलाकर बजट पर बहस करनी चाहिए.

बजट बैठक में हुआ जमकर हंगामा

इस मौके पर पार्षद पूनिया ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है, तो वही अलवर में कांग्रेस का सदन है. उसके बाद भी अलवर शहर के हालात खराब है लोग परेशान हो रहे हैं, तो वही शहर की दुर्दशा हो रही है, हालांकि कांग्रेसियों ने कहा कि बजट पास हो चुका है. भाजपा के पार्षदों ने कहा कि सदन ने अभी तक बजट पास नहीं किया है.

पढ़ें- टोंक: क्षेत्रीय वन अधिकारी ने सहायक वनपाल से की मारपीट, कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी...

गलत तरह से दबाव बना रहे भाजपा पार्षद: सभापति

हंगामे के बाद नगर परिषद सभापति बिना गुप्ता ने कहा भाजपा के पार्षद उन पर गलत तरह से दबाव बना रहे हैं, वो चाहते हैं कि अभी तक जिन कार्यों की स्वीकृति हुई है व टेंडर प्रक्रिया हुई है. उसको रद्द कर दिया जाए. जबकि जरूरत के हिसाब से कार्य जारी हो रहे हैं. जिन वार्डों में कभी काम नहीं हुआ, जो वार्ड कच्चे हैं. उन पर प्राथमिकता से काम चल रहा है. जबकि पार्षद जबरन दबाव बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि सभी पार्षद बराबर हैं वह सभी वार्डों में समान रूप से काम हो रहा है. बजट को लेकर सभापति फांसी कंफ्यूज है. शुरुआत में उन्होंने कहा कि बजट पास नहीं हुआ है. प्रदेश सरकार से पास कराएंगे, लेकिन पार्षदों के कहने पर उन्होंने कहा कि बजट पास हो गया है. ऐसे में लगातार अलवर में नगर परिषद में कांग्रेस के उपर कई आरोप लग रहे हैं.

Intro:अलवर
अलवर में शुक्रवार को नगर परिषद में बजट सत्र की बैठक हुई। यह बैठक जमकर हंगामेदार रही। हंगामा बढ़ने पर सभापति सदन से बाहर आ गई। इसका भाजपा के पार्षदों ने जमकर विरोध किया। पार्षद सभापति से माफी मांगने तक की बात कहने लगे।


Body:अलवर नगर परिषद में नया बोर्ड बनने के बाद पहली बार बजट सत्र की बैठक हुई। इसमें शहर के विकास के लिए पार्षदों ने अपने प्रस्ताव दिए। तो वहीं कई मुद्दों पर पार्षदों ने अपना विरोध भी दर्ज कराया। इस दौरान अलवर शहर के विकास के लिए 99 करोड़ का बजट रखा गया। बजट सत्र के दौरान कुछ मुद्दों को लेकर भाजपा पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। जिसके बाद सभापति बीना गुप्ता व कांग्रेस के पार्षद सदन से बहिष्कार करके सदन से बाहर आ गए। इस पर भाजपा के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया व विरोध दर्ज कराया। पार्षदों ने कहा कि इस तरह से सदन के बीच में चले जाना सदन का अपमान है। सदन की गरिमा रखते हुए सभापति को सदन फिर से बुलाना चाहिए व सभी से माफी मांगनी चाहिए। उपसभापति घनश्याम गुर्जर ने कहा कि बिना बहस के कॉन्ग्रेस बजट पास कराना चाहती है जो पूरी तरह से गलत है।


Conclusion:उन्होंने कहा कि जनता का पैसा जनता के ऊपर खर्च होना चाहिए। आम जनता टैक्स के रूप में नगर परिषद को पैसे देती है। ऐसे में जरूरत की जगह उस पैसे का इस्तेमाल होना चाहिए। तो वही जिस तरह से सभापति व कांग्रेस के पार्षद सदन से उठकर गए हैं। उनको फिर से सदन से माफी मांगनी चाहिए व सदन को बुलाकर बजट पर बहस करनी चाहिए। इस मौके पर पार्षद पूनिया ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। तो वही अलवर में कांग्रेस का सदन है। उसके बाद भी अलवर शहर के हालात खराब है लोग परेशान हो रहे हैं। तो वही शहर की दुर्दशा हो रही है। हालांकि कांग्रेसियों ने कहा कि बजट पास हो चुका है। भाजपा के पार्षदों ने कहा कि सदन ने अभी तक बजट पास नहीं किया है।


बाइट- घनश्याम गुर्जर, उपसभापति
बाइट- पार्षद
Last Updated : Feb 7, 2020, 8:33 PM IST
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