अलवर. अलवर एसीबी टीम की ओर से दो हजार रुपए की रिश्वत के मामले में पकड़े गए राजगढ़ थाने के सब इंस्पेक्टर सुभाष शर्मा को एसीबी कोर्ट में पेश किया गया. जहां से कोर्ट ने आरोपी सब इंस्पेक्टर को 14 दिन के लिए न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है. एसीबी के डीएसपी साले मोहम्मद ने बताया कि 29 मई को राजगढ़ निवासी दिनेश जैन ने एक परिवाद दिया था कि गत जनवरी को दिनेश जैन और जितेंद्र वगैरा के बीच झगड़ा होने का मुकदमा दर्ज हुआ था.
जिसमें दोनों पक्षों की ओर से थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था. इस मामले में आरोपी दिनेश जैन था. इस मामले की जांच लक्ष्मणगढ़ के पुलिस उपाधीक्षक ने की थी और चालान के लिए राजगढ़ पुलिस थाने भेज दिया था. यह चालान सब इंस्पेक्टर सुभाष शर्मा को पेश करना था. इसी बीच सब इंस्पेक्टर सुभाष शर्मा ने परिवादी दिनेश जैन को 8 मई को फोन कर बुलाया कि उसे वे सीधा अरेस्ट नहीं करेंगे और सीधे कोर्ट आ जाना. वहीं गिरफ्तारी नहीं करने की एवज में आठ हजार रुपए मांगे.
उस वक्त दिनेश जैन ने 8 हजार रुपए दे दिए थे. उसके बाद फिर 28 मई को फोन आया कि 29 मई 2019 को वे चालान पेश करेंगे. कुछ खर्चा- पानी देना पड़ेगा. दिनेश जैन ने यह शिकायत एसीबी के दफ्तर में दी. जिसका एसीबी ने वेरिफिकेशन कराया, जो सही पाया गया था. परिवादी दिनेश जैन ने 500 रुपए 28 मई को ही दिए थे और दो हजार रुपए 29 मई को देने थे. साथ ही यह तय हुआ था कि 29 मई को 2000 दे जाना और 30 मई को चालान पेश कर दिया जाएगा. इसके बाद एसीबी से रंग लगे नोट दिनेश जैन को दे दिए गए और 29 मई को परिवादी दिनेश जैन ने सब इंस्पेक्टर सुभाष शर्मा को दो हजार दिए थे.
उसने अपने पेंट की पिछली जेब में रख लिए. पैसे रखते ही इशारा पाकर एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया और पेंट की जेब से पैसे बरामद किए जो कलर के निकले. उन्होंने बताया कि आरोपी सब इंस्पेक्टर सुभाष शर्मा दौसा की वासुदेव कॉलोनी का रहने वाला है. एसीबी की टीम ने गुरुवार को आरोपी को कोर्ट में पेश किया और कोर्ट ने 14 दिन के लिए जेसी करते हुए जेल भेज दिया है.