बानसूर (अलवर). जिले के बानसूर तहसीलदार ने ग्रामीणों की शिकायत पर निमूचाना में डेढ़ सौ वर्ष पुराने रास्ते पर हो रहे अतिक्रमण को हटवा दिया है. जिसके बाद ग्रामीणों में खुशी की लहर है. बानसूर के निमूचाना में ग्रामीणों ने बताया ता कि डेढ़ सौ वर्ष पूर्व से यह प्रचलित रास्ता था, अब तीन पीढ़ी से रास्ता बंद है.
तहसीलदार जगदीश बैरवा ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी की सहायता से अतिक्रमण हटवाया है. तहसीलदार जगदीश बैरवा ने बताया कि आराजी खसरा नंबर 520 जो कि राजस्व रिकॉर्ड में गैर मुमकिन नाला दर्ज है, उस पर मुरली पंडित नामक व्यक्ति ने दीवार और तारबंदी कर उसमें अतिक्रमण लगभग 30 वर्षों से अवरुद्ध कर रखा था. वहीं ग्रामीणों द्वारा उपखंड कार्यालय में इस बाबत लिखित शिकायत दी गई थी.
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शिकायत का सत्यापन पटवारी हल्का निमूचाना सुनीता सेन से करवाने पर शिकायत सही पाई गई. जिसके बाद तहसीलदार ने मामले को गंभीरता से समझते हुए नायब तहसीलदार अनिल कुमार, अभिलेख निरीक्षण भरत लाल शर्मा और पटवारी हल्का नीमूचना सुनीता सेन की संयुक्त टीम का गठन किया. जेसीबी की सहायता से अतिक्रमण रास्ते को सुचारू किया गया है.
साथ ही अतिक्रमणकारियों को भविष्य में अतिक्रमण न करने बाबत पाबंद किया गया. ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई वर्षों से प्रशासन और ग्राम पंचायत में भी शिकायत दर्ज किए जाने के बावजूद भी इस रास्ते पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी. वहीं ग्रामीणों ने खुशी जताते हुए तहसीलदार और प्रशासनिक अधिकारियों का आभार जताया है.