अलवर. सरिस्का में एक बार फिर बघेरे की मौत का मामला सामने आया है. सरिस्का बाघ परियोजना की अजबगढ़ रेंज के नाके के पास वन कर्मियों को सूचना मिली की एक बघेरे का शव पड़ा हुआ है. इस पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की.
बता दें कि 886 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले सरिस्का में सैकड़ों वन्य जीव रहते हैं. सरिस्का में इस समय 20 बाघ है, इसमें 10 बाघिन, 6 बाघ व 4 शावक है. इसके अलावा 500 से अधिक पैंथर, नीलगाय, हिरण, बारहसिंगा, लोमड़ी, लकड़बग्घा सहित सैकड़ों प्रजाति के हजारों वन्य जीव हैं. प्रशासन सरिस्का के गांव को लगातार विस्थापित कर रहा है. दूसरी तरफ रोजाना सरिस्का क्षेत्र में शिकार की शिकायत मिलती है.
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ग्रामीणों ने शव की सूचना वन विभाग के कर्मचारियों को दी. अजबगढ़ क्षेत्रीय वन अधिकारी भरत लाल ने बताया कि बघेरे का शव झाड़ियों के बीच पड़ा हुआ था. शव की हालत देखकर साफ है कि वो कई दिनों पुराना है. ऐसे में इसके नर व मादा होने के बारे में पता नहीं चला है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा. कुछ दिन पहले भी सरिस्का में एक बघेरे की मौत हुई थी. सरिस्का प्रशासन की तरफ से लगातार सुरक्षा के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन जंगली जानवरों पर खतरा मंडरा रहा है. हालांकि, सरिस्का प्रशासन ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.