अलवर. मानसून सीजन के चलते सरिस्का अभी बंद है, लेकिन पांडुपोल रूट खुला हुआ है. शनिवार सुबह आंध्रप्रदेश व पंजाब के सांसद घूमने के लिए सरिस्का (Andhra Pradesh and Punjab Mp in sariska) पहुंचे. उन्होंने सफारी का आनंद लिया. हालांकि उनको बाघ की साइटिंग नहीं हुई लेकिन फिर भी जंगल का रोमांच देख वह खासे खुश नजर आए. उन्होंने कहा कि सरिस्का में बाघों की और आवश्यकता है, साथ ही यहां नए रूट पर सफारी भी शुरू होनी चाहिए. वह प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार के पर्यावरण मंत्री से इस संबंध में बात करेंगे.
बारिश के समय में सरिस्का का जंगल हरा भरा खूबसूरत रहता है. अरावली की वादियों के चलते अलवर किसी हिल स्टेशन से कम नहीं रहता है. मानसून सीजन के दौरान 3 महीने सरिस्का को बंद कर दिया जाता है. लेकिन इस दौरान सरिस्का का पांडुपोल रूट शुरू रहता है. मंगलवार व शनिवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालु पांडुपोल मंदिर हनुमान जी के दर्शन के लिए जाते हैं. शनिवार को सुबह पंजाब के सांसद जसवीर सिंह गिल व आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी से सांसद रघु राम कृष्ण राजू घूमने के लिए सरिस्का पहुंचे. उन्होंने सरिस्का में सफारी का आनंद लिया. इस दौरान उनको बाघ की साइटिंग नहीं हुई. लेकिन उसके बाद भी हरा भरा भरा जंगल व पहाड़ देखकर वो खासे खुश नजर आए. करीब डेढ़ से 2 घंटे उन्होंने सफारी का आनंद लिया. इस दौरान होटल कारोबारी दिनेश दुर्रानी व सरिस्का प्रशासन के लोग भी मौजूद रहे.
यहां पहुंचे सांसदों ने कहा कि सरिस्का का जंगल खूबसूरत है. यहां की हरियाली व पहाड़ कहीं और देखने को नहीं मिलते हैं. अरावली की गोद में बसा हुआ सरिस्का देश-विदेश में अपनी खास पहचान रखता है. लेकिन यहां बाघों की संख्या अभी कम है. जंगल क्षेत्र ज्यादा है. इसलिए यहां बाघ शिफ्ट करने चाहिए. साथ ही पर्यटकों के लिए कुछ नए रूट पर सफारी भी शुरू करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वो इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व केंद्रीय फॉरेस्ट पर्यावरण मंत्री से भी बात करके यह मांग रखेंगे. जिससे यहां आने वाले पर्यटकों को बाघों की साइटिंग हो सके.