अलवर. शहर में कंपनियां तेजी से अपना ऑनलाइन व्यापार बढ़ा रही हैं. इसका सीधा नुकसान (Online Business in Alwar) स्थानीय दुकानदार व व्यापारी को झेलना पड़ रहा है. लोग खरीदारी के लिए बाजार में नहीं पहुंच रहे हैं. ऐसे में अलवर के व्यापारियों ने देश के प्रधानमंत्री से ऑनलाइन व्यापार बंद करने व उनकी गाइडलाइन निर्धारित करने की मांग की है. मंगलवार को अलवर जिला व्यापार महासंघ ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर नवीन यादव को ऑनलाइन व्यवसाय बंद करने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा.
व्यापारियों का कहना है कि ऑनलाइन व्यापार के कारण स्थानीय व्यापार ठप हो रहे (Alwar Traders Against online Business) हैं. व्यापारी अपना खर्चा तक नहीं निकाल पा रहा है. इसके चलते व्यापारी आत्महत्या कर रहे हैं. सरकार को जल्द ही इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है. व्यापारी मुकेश विजय ने बताया कि पूरे देश में ऑनलाइन माध्यम से सामान की ब्रिकी की जा रही है. इससे छोटे व्यापारी का व्यापार चौपट होता जा रहा है. ऑनलाईन व्यवसाय से छोटे शहरों व कस्बे के व्यवसाय पूरी तरीके से प्रभावित हो चुके हैं. ऐसे में व्यापारी वर्ग में भारी रोष व्याप्त है.
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व्यापारी रमेश जुनेजा ने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि व्यापारी राष्ट्र की आर्थिक व्यवस्था की (Alwar traders demand to stop online business) रीढ़ की हड्डी है. पिछले 6 सालों से व्यापार के हालात बिगड़ रहे हैं. पहले नोटबंदी, फिर कोरोना ने स्थिति बद से बदतर कर दी है. बड़ी मुश्किल से अपना व्यापार चला रहा है. लेकिन ऑनलाइन व्यापार में सस्ते दामों में सामान देने के प्रलोभन से ग्राहक उस ओर आकर्षित हो रहा है. इससे व्यापारी वर्ग परेशान है. कई व्यापारी आत्महत्या कर चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वोकल फ़ॉर लोकल की मुहिम पर स्वदेशी माल व लोकल व्यापारियों से माल खरीदने की अपील की गई थी. ताकि देश का पैसा देश में रहे. जिससे लोकल व्यापारियों के व्यापार में बढ़ोतरी व शहर का विकास हो. उन्होंने कहा कि अगर छोटे व्यापारियों के हितों का ध्यान रखते हुए आनलाइन कारोबार पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाए. इस व्यवस्था पर रोक नहीं लगाई गई तो अलवर जिला व्यापार महासंघ आंदोलन करेगा.