रामगढ़ (अलवर). अलावड़ा कस्बे में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने 17 मई को जीरो मोबिलिटी के आदेश जारी किए थे. किसी को भी बेवजह घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई थी. जिला कलेक्टर के आदेशों की पालना सुनिश्चित कराने के लिए बुधवार को एसडीएम कैलाश शर्मा और एएसआई बंशीलाल ने पुलिस जाप्ते के साथ अलावड़ा कस्बे का दौरा किया. इस दौरान बेवजह घूमने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई की गई. उनके चालान भी काटे और वाहन को भी सीज किया.
एसडीएम ने ग्राम पंचायत सरपंच जुम्मा खान और चौकी इंचार्ज कांस्टेबल बुगल गुर्जर को तिलवाड़ चौमा और माणकी गांव के मुख्य रास्तों को बंद करने के आदेश दिए हैं. पीएचसी प्रभारी डॉ. भानु बंसल को हेडक्वार्टर पर 24 घंटे रहने के निर्देश भी दिए. वहां के कस्बे में घर-घर सर्वे कराने के निर्देश दिए. इसके लिए मेन बाजार के सभी रास्तों को 24 मई तक के लिए लॉक करा दिया गया है. एसडीएम कैलाश शर्मा ने बताया कि 24 मई तक यदि लोग बेवजह घरों से बाहर नहीं निकालेंगे तो कोरोना संक्रमण पर काफी हद तक काबू पा लिया जाएगा.
यह भी पढ़ें: SPECIAL : सहकार कर्मियों पर टूटा कोरोना का कहर...नहीं चेता सरकारी तंत्र, अब भी वैक्सीनेशन कैम्प का इंतजार
एसडीएम ने आईएलआर नारायण सैनी को निर्देश दिए कि कस्बे में केवल मेडिकल और दूध की सप्लाई जारी रहेगी. इसके अलावा सब्जी ठेले वालों को ठेलों पर सब्जी बेचने के लिए संख्या अनुसार वार बांट दें या कस्बे को मोहल्लों में बांटकर सब्जी बेचने के लिए सुबह 7 बजे से 11 बजे तक के लिए पाबंद करें. इसी तरह परचून सामग्री घर-घर सप्लाई के साथ जो दुकानदार तैयार हों, उनकी सूची और मोबाइल नंबर नोट कर लें और उन्हें भी मोहल्ले बांट दें. 24 मई तक न ही सब्जी की दुकान खुलेंगी और न ही परचून की दुकानें खुलेंगी.