अलवर. अलवर के लिवारी गांव में रहने वाले 21 वर्षीय दीपक यादव की हत्या के मामले (Alwar Youth Murder Case) में 27 दिन बाद पुलिस ने मृतक की खोपड़ी परिजनों (police gave the skull deceased to the family) के हवाले की है. घटना के बाद से न्याय के लिए परिजन पुलिस के चक्कर काट रहे हैं. इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था. जबकि परिजन इस मामले में 4 लोगों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं. परिजनों का आरोप है कि पुलिस पूरे मामले पर लापरवाही बरत रही है.
अपनी गर्लफ्रेंड के साथ अफेयर की जानकारी पर युवक ने दोस्त की हत्या कर उसका शव जला दिया. युवती के पास मिले लेटर के बाद पुलिस हत्यारे तक पहुंची. सोमवार शाम पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. अलवर के आरटीओ ऑफिस में काम करने वाले लिवारी निवासी सीताराम यादव के पास उसके साले का लड़का दीपक यादव (21) कई साल से रह रहा था. वह कठूमर के नांगलरूप गांव का रहने वाला था. लिवारी के 20 साल के परमजीत से उसकी दोस्ती थी. परमजीत का एक लड़की से अफेयर था. 12 अप्रैल को परमजीत ने दीपक यादव को घर बुलाया और फिर उसके सिर पर डंडे से वार कर उसकी हत्या कर दी. आरोपी परमजीत ने घर से बाहर पहाड़ी की तरफ ले जाकर मृतक का शव जला दिया.
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मामला सामने आने के बाद पुलिस ने पहाड़ी क्षेत्र के आसपास के एरिया में जांच की. इस दौरान एक खोपड़ी बरामद की गई. खोपड़ी को डीएनए जांच के लिए भेजा गया. जांच के बाद शनिवार को 27 दिन बाद मृतक की खोपड़ी अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को दी गई. परिजनों ने बताया कि इस मामले में परमजीत, बंटी, कमल व हरपाल चार आरोपी हैं. जबकि पुलिस ने केवल परमजीत को गिरफ्तार किया है. परिजनों ने कहा कि खोपड़ी के अलावा शरीर के अन्य अंग पुलिस ने बरामद नहीं किए हैं. परिजन इस मामले में पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे है.