किशनगढ़बास (अलवर). विधानसभा क्षेत्र के थाना कोटकासिम में पुलिस प्रसाशन की बड़ी लापरवाही के कारण हत्या का आरोपी थाने से गच्चा देकर फरार हो गया. वहीं आरोपी के भाग जाने से पुलिस प्रसाशन फौरन हरकत में आया और कई थानों की पुलिस ने भारी मशक्कत के बाद हत्यारे को गांव से गिरफ्तार कर लिया.
जानकारी के अनुसार सतीश कौशिक ने कोटकासिम थाने में रिपोर्ट पेश की थी कि दिनांक 8 फरवरी 2020 को शाम 5 बजे इनका लड़का वेदप्रकाश खेत देखने के लिए गया था. जो रात तक नहीं लौटा. ऐसे में परिवार वालों ने उस की तलाश करना शुरु कर दी.
बाद में आसपास के व्यक्तियों से सूचना मिली कि उसका बेटा पवन के साथ मोटरसाइकिल पर बधाना की ओर जाते हुए देखा गया है, ऐसे में परिजन जब पवन के घर गए और उससे पूछा तो पवन ने कहा कि मैंने अपने साथियों के साथ वेदप्रकाश को मार कर बधाना गांव के स्कूल में फेक आया हूं.
पढ़ें. इम्तिहान का पूरा ज्ञान' में पूर्व DGP ने छात्रों को दिए अव्वल आने के टिप्स
जिस के बाद परिवार वाले घटनास्थल पर पहुंचे. जहां वेदप्रकाश गंभीर हालत में पड़ा हुआ था और शरीर पर कपड़े नहीं थे. शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे. वहीं उसे फौरन कोटकासिम स्वास्थ्य केन्द्र लेकर आए और भर्ती कराया. जिसे चिकित्सको ने गंभीर अवस्था में अलवर रेफर कर दिया और अलवर के चिकित्सकों ने जयपुर रेफर कर दिया.
जहां इलाज के दौरान 10 फरवरी 2020 को एसएमएस अस्पताल में वेदप्रकाश की मौत हो गई. जिस के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर टीम गठित कर हत्या के मुलजिम पवन उर्फ डागा और सोनू कुमार को12 फरवरी को दस्तयाब कर पूछताछ में जुर्म धारा 302,382,34 आईपीसी पाए जाने पर गिरफ्तार किया था.
जिसके बाद पुलिस प्रसाशन की लापरवाही के कारण हत्यारा पवन उर्फ डागा फरार हो गया. जो पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है. जब 12 फरवरी को हत्या के आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार करती है, तो उन्हें न्यायालय में क्यो नहीं पेश किया गया और थाने मे क्यों बिठाया गया.