किशनगढ़बास (अलवर). जिले के किशनगढ़बास में दिल्ली मरकज से आए जमात में शामिल 19 जमातियों को गुरुवार को प्रशासन के द्वारा बस से असम के लिए रवाना कर दिया गया है. जमातियों के लिए प्रशासन ने खाने पीने के इंतजाम भी किए है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सभी जमातियों को एक एक सिट पर बैठा कर रवाना किया गया है.
बता दें कि चिकित्सा विभाग की टीम के द्वारा सभी जमातियों की स्क्रीनिंग करवाई गई है. वहीं किसी भी जमाती में अब किसी प्रकार के लक्षण नहीं मिले है, इसके आधार पर उन्हें घर भेजा जा रहा है.
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जानकारी के अनुसार जिले में मार्च महिने में जमात आए थे और एक जमाती पॉजिटिव आया था. जबकि अन्य सभी जमातियों ने 14 दिन का क्वॉरेंटाइन पूरा करने के दौरान सभी की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आ गई थी, इसके बाद उन्हें ग्रामीणों की निगरानी में मदरसे में होम क्वॉरेंटाइन किया गया था. वहीं 2 महिने से सभी जमाती किशनगढ़बास के भुरपहाड़ी मदरसे में ठहरे हुए थे.
किशनगढ़बास एसडीएम छोटूलाल शर्मा ने बताया कि कोरोना की शुरुआत के समय दो महीने से दिल्ली से आए असम और अन्य राज्य के जमाती अलवर में रुके हुए थे. उनकी मेडिकल टीम से स्क्रीनिंग करवाने के बाद उन्हें असम और आसपास के क्षेत्र में भेजा जा रहा है. वहीं इस दल में एक पॉजिटिव आया था. जो कोरोना से जंग जितने के बाद 28 दिन के क्वॉरेंटाइन पूरा कर चुका है, उसको भी घर भेज दिया गया है.
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गौरलतब है कि दिल्ली से आए जमात में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद देशभर में जमातियों को ढूढ़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया गया था और सभी जमातियों को प्रशासन के द्वारा क्वॉरेंटाइन करवाया गया था. अलवर में 3 जमाती पॉजिटिव पाए गए थे, वहीं सभी किशनगढ़बास क्षेत्र के थे.