अलवर. जिले के एमआईए थाना क्षेत्र के गुन्दपुर गांव के खेत में आगे लगने से एक और गरीब परिवार का खेत जलकर राख हो गया. परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए 6 महीने से कड़ी महनत कर फसल तैयार की थी, जो घर आने से पहले ही खेत में जल कर खाक हो गई. जिसको देखकर परिवार के लोगों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है.
आंधी, तूफान व मौसम की मार झेल रहे किसान परिवार अब अपनी आस किस पर टिकाएं, क्योंकि एक तरफ केन्द्र सरकार किसान परिवारों की सुनवाई करने के लिए उनकी मांगों को नहीं मानने के साथ हठधर्मिता कर रही है. जिसके चलते किसान आंदोलन को करीब 5 महीने बीतने को आए हैं, पर केंद्र सरकार की हठधर्मिता के चलते उनके कांनों पर जूं तक नहीं रेंग रही है. वहीं दूसरी तरफ मौसम कि मार झेल रहे हैं किसान परिवार.
दरअसल हुआ यह था कि क्षेत्र में सुबह से आंधी तुफान का मौसम बना हुआ था. जिसके चलते 11 हजार केवी के ढीले तारों में हवा के कारण आपस में भिड़ जाने से निकली चिंगारियों ने खेतों में कटी फसल गेहूं में आग लगा दी. जिसके कारण करीब डेढ़ बीघा खेत के गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गई. सूचना गांव के लोगों ने फायर ब्रिगेड रीको एमआईऐ को दी. सूचना मिलते ही उद्योग नगर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची.
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ग्रामीणों ने बिजली विभाग एमआईए के आला अधिकारियों को भी मौके पर बुलाया, जिनको भी मौका मुआयना कराया गया. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि यह बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण आग लगने से गरीबी परिवार का खेत जलकर राख हो गया. इसके साथ ही ग्रामीणों ने पीड़ित किसान को मुआवजा दिलाने की मांग की है.