केकड़ी (अजमेर). गहलोत सरकार जहां दो साल पूरे होने पर अपनी उपलब्धियों को गिनाकर वर्षगांठ मना रहा है, तो वहीं चिकित्सा मंत्री डाॅ. रघु शर्मा के गृह क्षेत्र केकड़ी शहर में चिकित्सकीय लापरवाही से एक महिला का सड़क मार्ग पर ही प्रसव करना पड़ा. खुले में प्रसव ने जननी सुरक्षा की पोल खोल कर रख दी है.
परिजनों ने आरोप लगाया कि प्रसव के बाद उन्होंने एम्बुलेंस को भी सूचना दी, लेकिन एम्बुलेंस संचालक ने दूसरी जगह होने की बात कहते हुए दो घंटे बाद आने की जानकारी दी. जिसके बाद जैसे-तैसे करके आस-पास के लोगों ने किसी अन्य वाहन के जरिए राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया.
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जानकारी के अनुसार बाजटा के पास सुन्दरपुरा निवासी गर्भवती महिला मंजू देवी अपने पति लेखराज के साथ बाइक पर केकड़ी में राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सक को दिखाने उसके घर पर आई थी. चिकित्सक ने महिला को देखकर दूसरे दिन आने की बात कही. इसी दौरान वापस गांव लौटते समय मुख्य मार्ग पर अजमेर-कोटा मार्ग पर चुंगी नाके के पास ही प्रसव पीड़ा से कहराने लगी.
महिला ने अपने पति को रूकवाकर सड़क के किनारे ही लेट गई और दर्द से कराहती रही. इसी दौरान आस-पास की महिलाओं ने मानवता दिखाते हुए महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई. लोगों ने एक निजी महिला नर्स को बुलाकर प्रसव कराया. परिजनों ने आरोप लगाया कि डिलीवरी की सूचना एम्बुलेंस को भी दी, लेकिन एम्बुलेंस चालक ने बाहर होने की जानकारी देते हुए दो घंटे में आने की बात बताई. इसके बाद महिला और नवजात को निजी वाहन से केकड़ी के राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां पर जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं.