अजमेर. नसीराबाद क्षेत्र के गांव लीडी के ग्रामीणों ने कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित से तीसरी बार गांव की राजकीय बालिका विद्यालय की प्राचार्य मंजू गुप्ता के खिलाफ शिकायत की है. ग्रामीण शिक्षा विभाग के अधिकारियों और राज्य सरकार को भी शिकायत भेज चुके हैं, लेकिन प्राचार्या के खिलाफ लगे गंभीर आरोपों पर जांच तक नहीं बैठाई गई.
ग्रामीण हरि शंकर रेगर ने बताया कि प्राचार्या पद का दुरुपयोग करती हैं. विद्यालय में अनुपस्थित रहने के बावजूद बाद में वह रजिस्टर में हस्ताक्षर कर लेती हैं. इसका प्रमाण भी कलेक्टर और शिक्षा विभाग को दिया जा चुका है. उन्होंने बताया कि गांव में बैंक की शाखा होने के बावजूद प्राचार्या ने अजमेर में विद्यालय का खाता खुला रखा है. गांव में एससी वर्ग के लोगों को शिकायत करने पर धमकी देती हैं.
पढ़ें : प्रदेश में बढ़ते कोरोना पर CM गहलोत ने जताई चिंता, कहा- माइक्रो कंटेनमेंट जोन के निर्धारण और SOP की सख्त हो पालना
इतना ही नहीं, एससी वर्ग के अभिभावकों से फीस की वसूली भी की गई, जबकि कोरोना के चलते फीस को स्थगित किया गया है. उन्होंने बताया कि प्राचार्या मंजू गुप्ता विद्यालय में गणित पढ़ाती हैं. उनकी कक्षा में पढ़ने वाली 22 छात्राओं को सप्लीमेंट्री आई है. बावजूद इसके, अंक तालिका दी गई, जिसमें गणित विषय को हटा दिया गया, ताकि उनकी पोल नही खुल जाए.
ग्रामीणों ने कहा कि सीएम ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा दे रहे हैं. खासकर बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार काम कर रही है, लेकिन सरकार के अधिकारी ही सरकार के कार्यों को पलीता लगा रहे हैं. ग्रामीणों ने तीसरी बार कलेक्टर से मिलकर प्राचार्या के खिलाफ निष्पक्ष जांच की मांग की है. हालांकि, दूसरे पक्ष का बयान आना आभी बाकी है.