केकड़ी (अजमेर). जिले के केकड़ी क्षेत्र में अवैध बजरी माफियाओं के हौंसले अब इतने बुलन्द हो गए हैं कि जब भी कोई ग्रामीण विरोध करता है तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी जाती है. इस संबंध में नयागांव के ग्रामीणों ने अवैध बजरी माफियाओं पर ग्राम वासियों और क्षेत्र के लोगों को परेशान करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा है.
ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि मीणों का नया गांव में खारी नदी क्षेत्र में सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद धड़ल्ले से अवैध बजरी खनन किया जा रहा है. अवैध बजरी खननकर्ताओं को जब तेज रफ्तार में ट्रैक्टर चलाने और तेज आवाज में टेप रिकॉर्डर चलाने पर ग्रामीणों की और से टोका जाता है तो बजरी माफिया ग्रामीणों को जान से मारने की धमकी देते हैं.
उन्होंने कहा कि गांव में तेज रफ्तार में चलने वाले ट्रैक्टर और टेप रिकॉर्डर से बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि जब भी बजरी माफियाओं को ट्रैक्टर धीरे चलाने और टेप रिकॉर्डर बंद करने के लिए कहते हैं तो बजरी माफिया ग्रामीणों को जान से मारने की धमकी देते हुए कहते हैं कि हमें अवैध बजरी खनन से प्रशासन भी नहीं रोक सकता. अगर अवैध बजरी खनन को रोकने की कोशिश की तो जान से हाथ धोना पड़ेगा.
ग्रामीणों ने उपखण्ड़ अधिकारी से खारी नदी में अवैध बजरी खनन और ट्रैक्टरों से होने वाले अवैध बजरी परिवहन को रोकने की मांग की है. ग्रामीणों ने बताया कि अवैध बजरी खनन से सरकार को भी रोाजाना लाखों रुपए की राजस्व की हानि हो रही है. वहीं पानी का जलस्तर भी नीचे जा रहा है. ज्ञापन सौंपने के दौरान रामप्रसाद मीणा, सांवलाराम मीणा, रामस्वरूप मीणा सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे.
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ग्रामीणों की बैठक आयोजित
अवैध बजरी परिवहन पर लगाम लगाने के लिए ग्रामीणें ने एक बैठक का आयोजन किया है. ग्रामीणों ने बैठक कर बजरी माफियाओं पर लगाम कसने का निर्णय लिया है. अब ग्रामीण अवैध बजरी खननकर्ताओं को स्वयं के स्तर पर रोकेगें. गांव में से किसी भी ट्रैक्टर को अब ग्रामीण नहीं निकलने देगें. ग्रामीणों ने चेतावनी भी दी है कि अगर शांति भंग होती है तो प्रशासन की जिम्मेदारी होगी.