अजमेर. अजमेर में कचहरी रोड पर एक कारोबारी के घर जहरखुरानी व लूट की वारदात को अंजाम देने वाले तीन में से दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इन दोनों आरोपियों को कोतवाली थाना पुलिस ने डीएसटी टीम की मदद से लखनऊ से गिरफ्तार किया. साथ ही बताया गया कि ये दोनों आरोपी (Two members of Nepali gang arrested) नेपाली गिरोह के सदस्य हैं. वहीं, अभी भी एक आरोपी पुलिस की पहुंच बाहर है.
वृताधिकारी छवि शर्मा ने बताया कि 21 सितंबर को कचहरी रोड स्थित एक कारोबारी के रिहायशी घर में नौकर कृष्णा ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर लूट और जहरखुरानी की वारदात को अंजाम दिया था. इसके बाद तीनों आरोपी फरार हो गए थे. आरोपियों को पकड़ने के लिए डीएसटी, कोतवाली थाना पुलिस के अलावा अन्य स्थानों की पुलिस की संयुक्त टीम गठित की गई थी. उन्होंने बताया कि डीएसपी की मदद से वारदात के आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिली.
दो मुख्य आरोपी जिन्होंने कारोबारी के घर में जहरखुरानी और लूट की वारदात को अंजाम दिया था. उन्हें लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि दोनों आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद कई शहर और राज्य बदल रहे थे. लखनऊ में जाकर दोनों आरोपी कुछ दिन ठहरे थे. डीएसपी (Accused arrest from Lucknow) की टीम लगातार उन्हें ट्रेस करने का प्रयास कर रही थी. वहीं, गिरफ्तारी के बाद अजमेर पुलिस आरोपियों को लखनऊ से ले आई है. आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दो दिन की रिमांड पर इन्हें पुलिस को सौंपा गया है. वृताधिकारी ने बताया कि वारदात में मुख्य आरोपी नौकर कृष्णा अब फरार है. पुलिस को आशंका है कि वह वारदात को अंजाम देने के बाद नेपाल भाग निकला है. लेकिन वारदात को अंजाम देने के बाद भी नौकर कृष्णा लगातार अपने साथियों से संपर्क में था.
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अन्य वारदातें भी खुलने की उम्मीद: सीओ नार्थ छवी शर्मा ने बताया कि दोनों आरोपी नेपाली गिरोह के सदस्य हैं. दोनों आरोपियों ने वारदात से एक महीने पहले अजमेर में डेरा डाला हुआ था. कारोबारी के घर में नौकर कृष्णा के संपर्क में दोनों थे. वारदात से पहले दोनों आरोपी कई बार रेकी कर चुके हैं. वारदात के (Ajmer crime news ) दिन नौकर कृष्णा ने उन्हें बुलाया था. हाथ आए नेपाल गिरोह के दोनों सदस्यों से पुलिस इस वारदात के अलावा अन्य वारदातों के बारे में भी पूछताछ कर रही है. सीओ शर्मा ने संकेत दिए है कि हाथ आए आरोपियों में से एक ने पूछताछ में अन्य वारदात करने के बारे में भी बताया है.
दो आरोपी नेपाली गिरोह के सदस्य: सीओ नार्थ छवी शर्मा ने बताया कि नेपाल के सेती में कैलाली जिला में गांव श्रीलंका टोल आन्तरिया निवासी सुमन सिंह उर्फ शंकर उर्फ मान बहादुर है. जबकि दूसरा आरोपी नेपाल में ही अठविश के देहीले जिले में गांव सिंगा का निवासी है. उन्होंने बताया कि आरोपी घरों में नौकर (Accused hiding in Lucknow) बनकर मालिक का विश्वास जीतकर मौका पाते ही खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर अपने साथियों को बुलाकर घर में कीमती सामान और नगदी लूट कर फरार हो जाते हैं. दोनों शातिर लखनऊ में भी इसी तरह से वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे. दोनों आरोपियों से लूट के सामान के बारे में पूछता जारी है.
जानें मामला: सीओ नार्थ ने बताया कि 21 सितंबर को अरुणा जिंदल ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दी थी. अरुणा जिंदल ने पुलिस को बताया कि उनके घर में परिवार के सदस्य के अलावा एक नेपाली नौकर रहता था. वो और उनका बेटा किसी काम से जयपुर गए हुए थे और उनकी बेटी खुशी, पति और सास घर पर थे. नौकर कृष्णा ने सभी लोगों को खाने में बेहोशी की दवा मिलाकर दे दिया और इसके बाद अपने अन्य साथियों को वहां बुलाया. इसके बाद वो घर में रखी नकदी और जेवरात लेकर फरार हो गए.
सीडीआर से हुई आरोपियों की पहचान: वारदात में शामिल नेपाली गिरोह के दोनों सदस्य सुमन सिंह उर्फ शंकर उर्फ मान बहादुर और उपेंद्र शाही की पहचान वारदात के बाद घर और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने और मोबाइल नंबर सीडीआर के आधार पर हुई. हालांकि, इसके लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. उन्होंने बताया कि आरोपियों को पुलिस ने देश के अलग-अलग शहरों हैदराबाद, बेंगलुरु सहित कई राज्यों में तलाश किया. आखरी में दोनों आरोपी सुमन सिंह और उपेंद्र शाही को उत्तर प्रदेश के लखनऊ से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना गुनाह कुबूल लिया है.