अजमेर. लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर से सचिन पायलट और सीएम गहलोत ने एक होने का संदेश दिया है. ख्वाजा गरीब नवाज मोइनुद्दीन चिश्ती के दरबार में चादर पेश करने गए गहलोत के सारथी के रूप ने सचिन पयलट नजर आए. ये पहला मौका नहीं जब सचिन पायलट, गहलोत के सारथी बने हों. विधानसभा चुनाव के दौरान भी वो गहलोत को बाइक पर घुमाते नजर आए थे.
बता दें, जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हेलीकॉप्ट से उतर कर पैदल चलने लगे. जिसके बाद उनके लिए गाड़ी आई. इस दौरान सचिन पायलट ड्राइव को उतार कर खुद ही अशोक गहलोत के सारथी बन गए और गहलोत को लेकर ख्वाजा के दरबार के लिए चल दिए.
बता दें, सीएम अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री ने राहुल गांधी द्वारा भेजी गई चादर को ख्वाजा गरीब नवाज मोइनुद्दीन चिश्ती के सालाना उर्स के मौके पर आज पेश कर दिया. इस दौरान राजस्थान कांग्रेस के तमाम नेता मौजूद थे. सीएम अशोक गहलोत ने टोपी पहनकर जबकि सचिन पायलय ने सर पे रूमाल बांधकर ख्वाजा के दरबार में चादर चढ़ाकर अकीदत पेश की.
दरअसल, राहुल गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल से दिए गए संदेश में कहा था कि ख्वाजा साहब का मुबारक पैगाम शांति, इंसानियत, आपसी भाईचारे और मानवता की सेवा का रहा है. उनकी प्रेरक तालीम आज भी अपनी भूमिका निभा रही है. इस दौरान राहुल गांधी ने फोटो भी पोस्ट की थी जिसमें अशोक गहलोत, सचिन पायलय, सलमान खुर्शीद सरीखे कांग्रेस के तमाम नेता चादर के साथ खेड़े दिखाई दिए थे.
बता दें, विधानसभा चुनाव को दौरान कांग्रेस की करौली में आयोजित संकल्प रैली में पीसीसी चीफ सचिन पायलट, सीएम गहलोत के सारथी बने थे. करौली शहर में जाम के चलते पैदा हुई इस स्थिति के कारण दोनों नेताओं ने काफी दूरी मोटरसाइकिल पर ही तय की थी. इस दौरान दोनों दिग्गजों ने सभा स्थल तक पहुंचने की समस्या का समाधान कर दोनों के बीच चल रही मतभेद की खबरों पर विराम लगा दिया था और जनता को एकजुटता का संदेश दिया था.