अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से रविवार को सहायक आचार्य, पुस्तकालय अध्यक्ष, शारीरिक अनुदेशक ( कॉलेज शिक्षा विभाग) परीक्षा 2023 का आयोजन शांतिपूर्ण रहा. भजनलाल सरकार में आरपीएससी की यह पहली परीक्षा रही. लिहाजा परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा और जांच के कड़े इंतजाम देखे गए. राजस्थान का सामान्य ज्ञान प्रश्न पत्र विशेष इस परीक्षा में कुल 1 लाख 97 हजार 766 अभ्यार्थी पंजीकृत थे. इनमें से 98 हजार 601 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल रहे. परीक्षा में 49.86 अभ्यर्थियों की उपस्थिति रही.
प्रदेश के 7 जिलों में कुल 603 परीक्षा केंद्रों पर रविवार को सहायक आचार्य, पुस्तकालय अध्यक्ष, शारीरिक अनुदेशक परीक्षा 2023 का आयोजन दोहपर 12 से 2 बजे के बीच हुआ. आरपीएससी को परीक्षा आयोजन में किसी तरह की गड़बड़ी की कोई सूचना नहीं मिली है. परीक्षा के नियत समय से 1 घंटा पहले अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र पहुंचे. प्रवेश पत्र और मूल फोटो युक्त दस्तावेज के मिलान के बाद फ्रिस्किंग जांच के दायरे से अभ्यर्थियों को गुजारना पड़ा. परीक्षा केंद्र में वीक्षक भी किसी तरह की घड़ी और मोबाइल फोन परीक्षा केंद्र के भीतर नहीं ले जा पाए.
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सुरक्षा के मद्देनजर हर परीक्षा केंद्र पर पुलिस के जवान तैनात रहे. वहीं पुलिस की टीमें परीक्षा केंद्र के आसपास के क्षेत्र में निगरानी रखे हुए थी. सुरक्षा और गोपनीयता के लिहाज से परीक्षा कक्ष में प्रत्येक अभ्यर्थियों की वीडियोग्राफी की गई. ताकि यदि कोई परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठा है, तो उसे पहचाना जा सके. बता दें कि परीक्षा के निर्धारित समय से 1 घंटे पहले परीक्षा केंद्र पर नहीं पहुंच पाए कई अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित हो गए हैं. बाद में उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया.
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49.86 अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा: 7 जिलों में आयोजित परीक्षा में 1 लाख 97 हजार 766 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं. इनमें से 98 हजार 601 अभ्यर्थी परीक्षा में उपस्थित रहे, जबकि 99 हजार 165 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. यानी 49.86 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने ही परीक्षा दी है.
कहां कितने अभ्यर्थी रहे उपस्थित:
- अजमेर में 25925 अभ्यर्थी पंजीकृत थे. इनमें से 12580 अभ्यर्थी उपस्थित रहे. जबकि 13335 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. अजमेर में 48.52 प्रतिशत अभ्यर्थियों की उपस्थिति रही.
- भरतपुर में 18288 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं. इनमें से 8849 अभ्यर्थी उपस्थित रहे. जबकि 9439 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. इनमें 48.39 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी.
- बीकानेर में 18477 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं. इनमें 10030 उपस्थित हुए जबकि 8447 अभ्यर्थी परीक्षा में अनुपस्थित रहे. यहां 54.28 प्रतिशत अभ्यर्थी ने परीक्षा दी.
- जोधपुर में 24519 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं. इनमें से 14 हजार अभ्यर्थी उपस्थित रहे. जबकि 10519 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. यहां 57.10 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी.
- जयपुर में सबसे ज्यादा 64161 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं. इनमें 36362 अभ्यर्थी उपस्थित हुए. जबकि 27799 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. यहां 56.67 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी.
- कोटा में 21147 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं. 8230 उपस्थित रहे. जबकि 12917 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. यहां 38.92 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी.
- उदयपुर में 25249 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं. इनमें 8550 अभ्यर्थी उपस्थित और 16699 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. यहां सबसे कम अभ्यर्थियों की परीक्षा में अनुपस्थिति रही. यहां 33.86 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी.
परीक्षा के दौरान नेट रहा बंद: सुरक्षा और गोपनीयता की दृष्टि से प्रशासन की ओर से पहले ही नेटबंदी की घोषणा कर दी गई थी. लिहाजा परीक्षा के दौरान 11 से 2 बजे तक इंटरनेट बंद रहा. हालांकि नेटबंदी से आमजन को परेशानी हुई.
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यह बोले अभ्यर्थी: अभ्यर्थियों ने बताया कि पेपर का स्तर काफी अच्छा था. जिसने रेगुलर पढ़ाई की है, उसके लिए पेपर को हल करना ज्यादा मुश्किल नहीं था. उन्होंने बताया कि पेपर में किसी भी तरह की कोई त्रुटि नहीं थी. पेपर 100 अंक का था. पेपर में 100 प्रश्न पूछे गए थे. प्रत्येक प्रश्न एक अंक का था. अभ्यर्थियों ने बताया कि परीक्षा केंद्र पर सुरक्षा के अच्छे इंतजाम थे. ऐसे सुरक्षा के इंतजाम पहले भी हुआ करते थे, लेकिन यह आगे ही पता चलेगा कि परीक्षा में कोई गड़बड़ी तो नहीं हुई. फिलहाल सरकार से यही उम्मीद की जा रही है कि पेपर लीक जैसी घटनाएं न हों.