अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज के 812वें उर्स को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. सोमवार को कलेक्टर भारती दीक्षित ने समस्त महकमों के जिला स्तरीय अधिकारियों को उसके इंतजामों के तहत आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं. दरगाह क्षेत्र में झूलते हुए बिजली के तारों को व्यवस्थित करने, सड़क, नालियां को सुधारने, आवारा जानवरों को पकड़ने, सफाई की व्यवस्था करने, जायरीन की सुरक्षा के लिए पुलिस की व्यवस्था, सीसीटीवी, मेडिकल टीम के लिए शिविर लगाने, आवश्यक सूचना के लिए शिविर लगाने आदि कार्यो की समीक्षा की.
इसके अलावा कायड़ विश्राम स्थली में जायरीन के ठहरने, सर्दी से उन्हें बचाने के लिए वाटर और एयर प्रूफ डोम की व्यवस्था करने, खाने पीने और खाना बनाने के लिए गैस चूल्हा और सिलेंडर देने की व्यवस्था करने, बाहर से आने वाले जायरीन की बसों के लिए पार्किंग, विश्राम स्थली में अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए इंतजाम करने, विश्राम स्थली से बस स्टैंड तक रोडवेज बसों की व्यवस्था करने समेत विभिन्न व्यवस्थाओं को समय पर करने के लिए संबंधित महकमों के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है.
7 जनवरी को चढ़ेगा उर्स का झंडा: ख्वाजा गरीब नवाज का 812वां उर्स जनवरी माह में है. 7 जनवरी को उर्स का सालाना झंडा दरगाह की सबसे ऊंची इमारत बुलंद दरवाजे पर चढ़ाया जाएगा. भीलवाड़ा का गोरी परिवार 6 जनवरी को झंडा लेकर अजमेर पंहुचेगा. जुलूस के साथ दरगाह गेस्ट हाउस से झंडा निज़ाम गेट होते हुए बुलंद दरवाजा पंहुचेगा. 13 जनवरी को चांद की तारीख है इस दिन जन्नती दरवाजा आम जायरीनों के लिए खोल दिया जाएगा. चांद नही देखने पर अगले दिन से 6 दिन के लिए उर्स की रस्में दरगाह में शुरू होंगी. पहले दिन से ही दरगाह दीवान की सदारत में महफ़िल शुरू होगी. वहीं रात को मजार शरीफ को ग़ुस्ल दिया जाएगा. उर्स के अंतिम दिन छोटे कुल की रस्म होगी. 19 जनवरी को जुमे की नमाज होगी. वहीं उर्स की अंतिम रस्म बड़े कुल की रस्म 21 जनवरी को होगी.
अंजुमन कमेटी के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने कहा कि हर वर्ष की भांति की तरह ही इस वर्ष भी उर्स की तैयारी की जा रही है. प्रशासन के साथ हुई बैठक में सड़क, पानी, बिजली, इंटरनेट, सुरक्षा समेत जयरीन की सहूलियत के लिए किए जा रहे इंतजामों पर चर्चा की गई.
दरगाह दीवान सैयद जैनुअल अबेद्दीन के साहबजादे सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि उर्स के मौके पर देश और दुनिया से बड़ी संख्या में जयरीन ख्वाजा गरीब नवाज की जियारत की हसरत लिए अजमेर आते हैं. उन्होंने बताया कि 7 जनवरी को झंडे की रस्म अदा की जाएगी. वहीं 12 या 13 जनवरी को चांद दिखने के साथ ही उर्स की शुरुआत होगी. आने वाले उर्स के महीने में जयरीनों की सहूलियत के लिए प्रशासन की ओर से बेहतर इंतजाम किए जाएंगे.