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अजमेर में 20 हजार की रिश्वत लेते ट्रैप हुआ पटवारी, पुश्तैनी कृषि भूमि के नामांतरण खोलने की एवज मांगे थे रुपए

Big action by Ajmer ACB, राजस्थान में नई सरकार बनने के बाद एसीबी ने सोमवार को पहली कार्रवाई को अजाम दिया. परिवादी की शिकायत पर अजमेर एसीबी की टीम ने नसीराबाद क्षेत्र के सनोद प्रथम हल्के के पटवारी रवि कुमार लाखीवाल को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया.

Big action by Ajmer ACB
Big action by Ajmer ACB
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 18, 2023, 9:12 PM IST

एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अतुल साहू

अजमेर. अजमेर एसीबी की टीम ने सोमवार को नसीराबाद क्षेत्र के सनोद प्रथम हल्के के पटवारी रवि कुमार लाखीवाल को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. पटवारी ने यह राशि परिवादी से पुश्तैनी कृषि भूमि के नामांतरण खोलने की एवज में मांगी थी. वहीं, एसीबी की टीम फिलहाल पूरे मामले की जांच में जुटी है. साथ ही पटवारी के आवास व अन्य ठिकानों पर भी तलाशी की जा रही है.

जानें पूरा मामला : अजमेर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अतुल साहू ने बताया कि अजमेर एसीबी यूनिट को परिवादी की ओर से शिकायत मिली थी कि नसीराबाद में सनोद प्रथम हल्के के पटवारी पुश्तैनी कृषि भूमि के नामांतरण खोलने के लिए आनाकानी कर रहे हैं और रिश्वत राशि देने के लिए उसे परेशान कर रहे हैं. इसके बाद अजमेर एसीबी यूनिट की टीम ने शिकायत का सत्यापन करवाया, जिसमें सामने आया कि आरोपी पटवारी रवि कुमार लाखीवाल परिवादी से 20 हजार रुपए की मांग कर उसे परेशान कर रहा है. ऐसे में सोमवार को कार्रवाई करते हुए एसीबी की टीम ने पटवारी को रंगे हाथों ट्रैप पकड़ लिया.

इसे भी पढ़ें - ACB Big Action : 45 हजार रुपए की रिश्वत लेते एसीबी ने अधिशाषी अभियंता को किया ट्रैप

साहू ने बताया कि आरोपी पटवारी रवि कुमार लाखीवाल जयपुर जिले के आमेर तहसील में चेतावाला गांव का रहने वाला है. वर्तमान में वो नसीराबाद तहसील में सनोद प्रथम का हल्का पटवारी के पद पर कार्यरत था. उन्होंने बताया कि आरोपी पटवारी रवि कुमार लाखीवाल के आवास और अन्य ठिकानों पर भी एसीबी की टीम तलाशी कर रही है. साथ ही उच्चाधिकारियों के निर्देशन में आरोपी पटवारी से पूछताछ की जा रही है. उसके बाद मामले में एसीबी की ओर से भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा. बता दें कि नई सरकार में जिले में एसीबी की भ्रष्टाचार के खिलाफ यह पहली कार्रवाई है.

नामांतरण के लिए कई बार की मिन्नतें : कृषि भूमि के नामांतरण के लिए परिवादी ने आरोपी पटवारी से कई बार मिन्नतें की, लेकिन वो हर बार परिवादी को बुलाकर नामांतरण करने से इनकार कर देता था. आखिरकार पटवारी ने रिश्वत की मांग की, जबकि परिवादी ने राशि देने में असमर्थता जताई थी. ऐसे में पटवारी को न तो अपने विभाग का डर था और न ही अपनी करतूत के अंजाम का. वहीं, अंतत: परेशान होकर परिवादी ने एसीबी से मदद की गुहार लगाई, जिसके बाद एसीबी ने कार्रवाई करते हुए पटवारी को रंग हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया.

एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अतुल साहू

अजमेर. अजमेर एसीबी की टीम ने सोमवार को नसीराबाद क्षेत्र के सनोद प्रथम हल्के के पटवारी रवि कुमार लाखीवाल को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. पटवारी ने यह राशि परिवादी से पुश्तैनी कृषि भूमि के नामांतरण खोलने की एवज में मांगी थी. वहीं, एसीबी की टीम फिलहाल पूरे मामले की जांच में जुटी है. साथ ही पटवारी के आवास व अन्य ठिकानों पर भी तलाशी की जा रही है.

जानें पूरा मामला : अजमेर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अतुल साहू ने बताया कि अजमेर एसीबी यूनिट को परिवादी की ओर से शिकायत मिली थी कि नसीराबाद में सनोद प्रथम हल्के के पटवारी पुश्तैनी कृषि भूमि के नामांतरण खोलने के लिए आनाकानी कर रहे हैं और रिश्वत राशि देने के लिए उसे परेशान कर रहे हैं. इसके बाद अजमेर एसीबी यूनिट की टीम ने शिकायत का सत्यापन करवाया, जिसमें सामने आया कि आरोपी पटवारी रवि कुमार लाखीवाल परिवादी से 20 हजार रुपए की मांग कर उसे परेशान कर रहा है. ऐसे में सोमवार को कार्रवाई करते हुए एसीबी की टीम ने पटवारी को रंगे हाथों ट्रैप पकड़ लिया.

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साहू ने बताया कि आरोपी पटवारी रवि कुमार लाखीवाल जयपुर जिले के आमेर तहसील में चेतावाला गांव का रहने वाला है. वर्तमान में वो नसीराबाद तहसील में सनोद प्रथम का हल्का पटवारी के पद पर कार्यरत था. उन्होंने बताया कि आरोपी पटवारी रवि कुमार लाखीवाल के आवास और अन्य ठिकानों पर भी एसीबी की टीम तलाशी कर रही है. साथ ही उच्चाधिकारियों के निर्देशन में आरोपी पटवारी से पूछताछ की जा रही है. उसके बाद मामले में एसीबी की ओर से भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा. बता दें कि नई सरकार में जिले में एसीबी की भ्रष्टाचार के खिलाफ यह पहली कार्रवाई है.

नामांतरण के लिए कई बार की मिन्नतें : कृषि भूमि के नामांतरण के लिए परिवादी ने आरोपी पटवारी से कई बार मिन्नतें की, लेकिन वो हर बार परिवादी को बुलाकर नामांतरण करने से इनकार कर देता था. आखिरकार पटवारी ने रिश्वत की मांग की, जबकि परिवादी ने राशि देने में असमर्थता जताई थी. ऐसे में पटवारी को न तो अपने विभाग का डर था और न ही अपनी करतूत के अंजाम का. वहीं, अंतत: परेशान होकर परिवादी ने एसीबी से मदद की गुहार लगाई, जिसके बाद एसीबी ने कार्रवाई करते हुए पटवारी को रंग हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया.

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