अजमेर. IAS परीक्षा-2019 का परिणाम जारी हुआ है. देशभर में परी विश्नोई ने 30 वीं रैंक लाकर परिवार ही नहीं बल्कि प्रदेश को भी गौरवान्वित किया है. परी को यह शानदार सफलता तीसरी बार में मिली है. परी का कहना है कि, असफलता से उसने बहुत कुछ सीखा और परिवार के सहयोग की बदौलत यह मुकाम उन्हें हासिल हुआ.
परी बिश्नोई की सफलता को लेकर परिवार में खुशी का माहौल है. परी ने अपनी सफलता की खुशियां मां सुशीला विश्नोई के कार्यस्थल जीआरपी थाने पर बांटी. परी के माता-पिता ने उन्हें मुंह मीठा कर शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया. वहीं थाने के स्टाफ ने भी मिठाई बांटकर परी की सफलता के लिए उनकी माता सुशीला विश्नोई एवं पिता मनीराम विश्नोई को बधाई दी.
परी विश्नोई ने कक्षा पांचवीं से हायर सेकेंडरी तक की पढ़ाई अजमेर कॉन्वेन्ट स्कूल में की है. हायर सेकेंडरी परीक्षा पास करने के बाद परी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया. यहां रहते हुए परी ने 2016 में ग्रेजुएशन एवं 2019 में पोस्ट ग्रेज्युएशन पॉलिटिकल साइंस में किया. इसके बाद परी ने दिल्ली में आईएएस की कोचिंग ली. लेकिन कोचिंग के बाद अजमेर रहकर उन्होंने आईएएस परीक्षा की सेल्फ तैयारी थी.
परी को तीसरे प्रयास में सफलता मिली. इससे पहले 2 बार असफल होने के बाद भी परी ने अपना आत्मविश्वास नहीं खोया. वहीं परिवार का सहयोग मिलते रहने पर परी ने कड़ी मेहनत के बूते पर परिवार के भरोसे पर खरी उतरी. बल्कि देश में आईएएस परीक्षा-2019 में 30वीं रैंक लाकर ना केवल परिवार का नाम रोशन किया, बल्कि प्रदेश का नाम भी परी ने रोशन किया है.
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मां जैसा बनना चाहती थी परी
परी ने बताया कि उनकी मां सुशीला विश्नोई की सर्विस को 25 वर्ष हो गए. इस बीच उनकी मां के काम की वजह से कई लोगों के जीवन में बदलाव आए. यह सब देखकर वो भी ऐसा ही कुछ करना चाहती थी, और मां से पूछती रहती थी कि वे उन जैसी कैसे बन सकती हैं. तब मां सुशीला विश्नोई ने परी को भारतीय प्रशासनिक सेवा के बारे में बताया. तब से परी का एक ही मकसद बन गया कि कैसे वो आईएएस परीक्षा पास करे.