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भारत के पिता-पुत्र की जोड़ी का कमाल, रूस में आयोजित पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में जीता गोल्ड मेडल - POWERLIFTING CHAMPIONSHIP IN RUSSIA

भारत की पिता-पुत्र की इस शानदार जोड़ी ने रूस में आन बान शान से भारतीय तिरंगा लहराया है.

POWERLIFTING CHAMPIONSHIP IN RUSSIA
रूस में पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Sports Team

Published : Nov 18, 2024, 5:32 PM IST

कच्छ (गुजरात) : गुजरात के कच्छ से ताल्लुक रखने वाले किशोर वत्सल माहेश्वरी और उनके पिता निखिल माहेश्वरी की जोड़ी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर भारत और गुजरात का नाम रोशन किया है. आइए जानते हैं इस पिता-पुत्र की जोड़ी की सफलता की कहानी...

3 स्वर्ण पदक जीते
भुज के 20 वर्षीय किशोर वत्सल माहेश्वरी ने रूस में आयोजित जूनियर पावरलिफ्टिंग चैम्पियनशिप में 3 स्वर्ण पदक जीते हैं और भारत के साथ-साथ कच्छ को भी गौरवान्वित किया है. वत्सल ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में सर्वोच्च पावर लिफ्ट के लिए पावरलिफ्टिंग डेडलिफ्ट और स्क्वाट में स्वर्ण पदक जीते हैं.

POWERLIFTING CHAMPIONSHIP IN RUSSIA
रूस में पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप (ETV Bharat)

20 वर्षीय वत्सल ने जीते 3 स्वर्ण पदक
वत्सल माहेश्वरी कम उम्र में पावरलिफ्टिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन करके भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. वत्सल ने इससे पहले कजाकिस्तान में हुई प्रतियोगिता में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए रजत और स्वर्ण पदक जीते थे. तो फिलहाल उन्होंने रूस में आयोजित चैंपियनशिप में 3 गोल्ड मेडल जीते हैं. इससे पहले वत्सल पावरलिफ्टिंग में 3 बार नेशनल चैंपियन बन चुके हैं. वह एशियन डेलिफ्ट के गोल्ड मेडलिस्ट बन चुके हैं. इसके अलावा वह 6 बार राज्य स्वर्ण पदक विजेता भी रहे हैं.

फुल पावर में उठाया 540 किलो वजन
वत्सल माहेश्वरी फिलहाल भुज के चाणक्य फिजियोथेरेपी कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं. रूस में जूनियर पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में वत्सल ने 82.5 किलोग्राम वर्ग में 76.8 किलोग्राम वजन के साथ डेडलिफ्ट में 230 किलोग्राम वजन उठाया. जहां पूरी ताकत से 540 किलो वजन उठाया गया, वहीं स्क्वाट में 205 किलो वजन उठाया गया. उन्होंने तीनों प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीते.

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रूस में पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप (ETV Bharat)

भारत को पहला, ईरान को दूसरा और रूस को तीसरा स्थान
रूस में आयोजित इस जूनियर पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत को पहला, ईरान को दूसरा और रूस को तीसरा स्थान मिला है. इस चैंपियनशिप में 82.5 किलोग्राम वर्ग में 8 प्रतियोगियों ने भाग लिया. इस चैंपियनशिप में जहां भारत से कुल 10 प्रतियोगियों ने विभिन्न श्रेणियों में भाग लिया, वहीं गुजरात से केवल 2 प्रतियोगियों का चयन किया गया. और ये लोग कोई और नहीं बल्कि कच्छ के भुज के रहने वाले पिता-पुत्र वत्सल माहेश्वरी और उनके पिता निखिल माहेश्वरी हैं.

वत्सल के पिता निखिल माहेश्वरी ने भी जीते पदक
न केवल वत्सल बल्कि उनके पिता निखिल माहेश्वरी ने भी इस चैंपियनशिप में स्वर्ण और रजत पदक जीतकर कच्छ का नाम रोशन किया. निखिल माहेश्वरी ने 100 किलोग्राम वर्ग में 92.3 किलोग्राम वजन के साथ कुल 3 पदक जीते. जिसमें दुनिया भर से 5 प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया था. निखिल माहेश्वरी ने फुल पावर लिफ्टिंग में 495 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक, पुश एंड पुल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक और बेंच प्रेस प्रतियोगिता में रजत पदक प्राप्त किया. इस प्रकार पिता-पुत्र की जोड़ी ने विश्व स्तर पर पदक जीतकर कच्छ का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है.

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3 स्वर्ण पदक जीते
भुज के 20 वर्षीय किशोर वत्सल माहेश्वरी ने रूस में आयोजित जूनियर पावरलिफ्टिंग चैम्पियनशिप में 3 स्वर्ण पदक जीते हैं और भारत के साथ-साथ कच्छ को भी गौरवान्वित किया है. वत्सल ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में सर्वोच्च पावर लिफ्ट के लिए पावरलिफ्टिंग डेडलिफ्ट और स्क्वाट में स्वर्ण पदक जीते हैं.

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रूस में पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप (ETV Bharat)

20 वर्षीय वत्सल ने जीते 3 स्वर्ण पदक
वत्सल माहेश्वरी कम उम्र में पावरलिफ्टिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन करके भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. वत्सल ने इससे पहले कजाकिस्तान में हुई प्रतियोगिता में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए रजत और स्वर्ण पदक जीते थे. तो फिलहाल उन्होंने रूस में आयोजित चैंपियनशिप में 3 गोल्ड मेडल जीते हैं. इससे पहले वत्सल पावरलिफ्टिंग में 3 बार नेशनल चैंपियन बन चुके हैं. वह एशियन डेलिफ्ट के गोल्ड मेडलिस्ट बन चुके हैं. इसके अलावा वह 6 बार राज्य स्वर्ण पदक विजेता भी रहे हैं.

फुल पावर में उठाया 540 किलो वजन
वत्सल माहेश्वरी फिलहाल भुज के चाणक्य फिजियोथेरेपी कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं. रूस में जूनियर पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में वत्सल ने 82.5 किलोग्राम वर्ग में 76.8 किलोग्राम वजन के साथ डेडलिफ्ट में 230 किलोग्राम वजन उठाया. जहां पूरी ताकत से 540 किलो वजन उठाया गया, वहीं स्क्वाट में 205 किलो वजन उठाया गया. उन्होंने तीनों प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीते.

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रूस में पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप (ETV Bharat)

भारत को पहला, ईरान को दूसरा और रूस को तीसरा स्थान
रूस में आयोजित इस जूनियर पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत को पहला, ईरान को दूसरा और रूस को तीसरा स्थान मिला है. इस चैंपियनशिप में 82.5 किलोग्राम वर्ग में 8 प्रतियोगियों ने भाग लिया. इस चैंपियनशिप में जहां भारत से कुल 10 प्रतियोगियों ने विभिन्न श्रेणियों में भाग लिया, वहीं गुजरात से केवल 2 प्रतियोगियों का चयन किया गया. और ये लोग कोई और नहीं बल्कि कच्छ के भुज के रहने वाले पिता-पुत्र वत्सल माहेश्वरी और उनके पिता निखिल माहेश्वरी हैं.

वत्सल के पिता निखिल माहेश्वरी ने भी जीते पदक
न केवल वत्सल बल्कि उनके पिता निखिल माहेश्वरी ने भी इस चैंपियनशिप में स्वर्ण और रजत पदक जीतकर कच्छ का नाम रोशन किया. निखिल माहेश्वरी ने 100 किलोग्राम वर्ग में 92.3 किलोग्राम वजन के साथ कुल 3 पदक जीते. जिसमें दुनिया भर से 5 प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया था. निखिल माहेश्वरी ने फुल पावर लिफ्टिंग में 495 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक, पुश एंड पुल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक और बेंच प्रेस प्रतियोगिता में रजत पदक प्राप्त किया. इस प्रकार पिता-पुत्र की जोड़ी ने विश्व स्तर पर पदक जीतकर कच्छ का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है.

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