ब्यावर (अजमेर). अपने बच्चों के खातिर अपनी जान पर खेल जाने तथा उसके लिए सर्वस्व कुर्बान करने वाली माता का बुधवार को एक दूसरा स्वरूप सामाने आया है. बुधवार सुबह एक अज्ञात मां एक बच्ची को जन्म देने के बाद उसे झाडियों में फेंक गई. महज आठ घंटे की यह नवजात झाडियों में पड़ी-पड़ी अपनी किस्मत को कोसते हुए रो रही थी. उसकी रोने की आवाज ग्रामीणों को सुनाई दी.
आवाज सुनाई देने के बाद आसपास की महिलाएं मौके पर एकत्रित हुए. तो सामने झाडियो में एक नन्हीं नवजात को देखकर सब के रोंगटे खडे़ हो गए. ग्रामीणों ने इसकी सूचना 108 एम्बुलेंस की दी. जानकारी के बाद एकेएच की बेस एम्बुलेंस के एमटी राकेश कुमार मौके पर पहुंचे.
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नवजात को उठाकर उसे राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय की मदर चाइल्ड़ विंग में पहुंचाया. यहां पर स्टाफ सदस्यों ने उसकी सार-संभाल करते हुए उसे कपडे़ पहनाए और उसका उपचार शुरू किया. बताया जा रहा है कि बच्ची बिल्कुल स्वस्थ है. उसकी उम्र मात्र आठ घंटे है.