अजमेर. संपर्क सभा में अजमेर रेंज के चारों एसपी सहित आईजी भी मौजूद रहे. सभा के पूर्ण होने के बाद डीजीपी ने पौधरोपण भी किया. उसके पश्चात कपिल गर्ग ने प्रेसवार्ता को संबोधित किए. वार्ता को संबोधित करते हुए डीजीपी गर्ग ने प्रदेश में बढ़ रहे अपराध को लेकर कहा कि अपराध नहीं बल्कि पंजीकरण बढ़ रहे हैं. क्योंकि उनकी प्राथमिकता यही है कि पहले एफआईआर दर्ज हो, उसके बाद कार्रवाई हो. जो आंकड़े निकाले जा रहे हैं, वह एफआईआर दर्ज होने के निकाले जा रहे हैं. देश में एकमात्र प्रदेश राजस्थान है, जहां पर सबसे ज्यादा मुकदमे पंजीकरण हो रहे हैं.
वहीं गर्ग ने यह भी कहा कि उन्हें पता है कि उनके पास संसाधनों की कमी है. मगर उन सभी कमियों को अपने कार्य के जोश द्वारा भरपाई कर देते हैं. गर्ग ने कई मुख्य बिंदुओं पर चर्चा करते हुए अलवर थानागाजी गैंग रेप मामले को लेकर कहा कि प्राथमिकता में उनकी कमी थी. लेकिन उनकी पूरी टीम ने पूरी ईमानदारी से चार दिन के अंदर पूरे मामले को सुलझाया और आरोपियों को गिरफ्तार किया.
डीजीपी गर्ग ने कहा कि प्रदेश में 235 संवेदनशील मामलों में से पुलिस सिर्फ 35 मामलों का निस्तारण नहीं कर पाई है. बाकी अधिकतर पर कामयाबी हासिल कर ली गई है, जो अपने आप में एक बड़ी सफलता है. डीजीपी ने जवानों के मनोबल को बढ़ाने की भी बात कही और सरकार का भी शुक्रिया किया. वहीं पिछले चार दिन पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपराध को लेकर एक बैठक ली थी, जिसमें डीजीपी ने कहा कि मुकदमे दो लाख से बढ़कर चार लाख हो जाए, लेकिन वह पंजीकरण होने जरूरी हैं. वहीं डिपार्टमेंट में कैसे सुधार की भी जरूरत है, वे उस पर निरंतर प्रयास कर रहे हैं.
गर्ग ने यह भी कहा कि वे 100 फीसदी सफलता से नहीं कर सकते. मगर वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं. वार्ता से रूबरू होने के बाद डीजीपी ने अजमेर रेंज के अधिकारियों की क्राइम बैठक ली, जिसमें अपराधिक गतिविधियों के बारे में जानकारी और अधिकारी को सुझाव दिए. साथ ही बताया कि किस तरह अपराध पर अंकुश लगाया जाए.