अजमेर. केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि केंद्र सरकार सांस्कृतिक उत्थान के लिए कटिबद्ध है. पुष्कर में 24 कोसी परिक्रमा की मांग की गई है, जबकि यह पर्यटन और सांस्कृतिक विभाग में विचाराधीन है. लेकिन इसके लिए राजस्थान सरकार या स्थानीय नगर पालिका डीपीआर बनवाकर भिजवाए. उन्होंने कहा कि पुष्कर के विकास के लिए धन की कमी नहीं आने दी जाएगी. उन्होंने कहा कि जहां तीर्थ यात्रियों की सबसे ज्यादा आवक होती है, उन सभी आस्था के बड़े धार्मिक क्षेत्र का विकास होना ही चाहिए. यह केंद्र सरकार की प्राथमिकता है.
दरअसल, अर्जुन राम मेघवाल शुक्रवार को पुष्कर में थे. यहां उन्होंने एक संस्था की ओर से महिला दिवस के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की. यहां संस्था की ओर से जरूरतमंद सिलाई का प्रशिक्षण प्राप्त 185 महिलाओं को सिलाई मशीन वितरित की गई. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्य अतिथि के रूप में थे. महिला सशक्तिकरण और बालिका शिक्षा को लेकर सक्रिय संस्था की मंत्री मेघवाल ने सराहना की. उन्होंने कहा कि आगामी मन की बात कार्यक्रम के लिए वह इस कार्यक्रम के आयोजन के बारे में प्रस्ताव भेजेंगे. अपने संबोधन में अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि महिलाओं का एक दिन नहीं, बल्कि सभी दिन समर्पित हैं.
पुष्कर के परिक्रमा मार्ग के विकास के लिए नहीं आएगी पैसे की कमी : मीडिाय से बातचीत में मेघवाल ने कहा कि तीर्थराज पुष्कर के विकास का मुद्दा सांस्कृतिक और पर्यटन मंत्रालय में पहले से ही विचाराधीन है. यहां आने पर स्थानीय लोगों ने उनसे पुष्कर की परिक्रमा मार्ग के विकास के लिए आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि पुष्कर के विकास के लिए प्रसाद योजना से केंद्र सरकार ने 33 करोड़ रुपये पहले ही स्वीकृत किए हुए हैं.
मंत्री मेघवाल ने कहा कि पुष्कर के परिक्रमा मार्ग को विकसित करने के लिए राजस्थान सरकार या नगर पालिका पुष्कर को डीपीआर भेजनी चाहिए. उन्होंने बताया कि केंद्र से परिक्रमा मार्ग के विकास के लिए राशि स्वीकृत होने में कोई अड़चन नहीं आएगी, बशर्ते कि विकास में स्वीकृत राशि का कुछ हिस्सा राजस्थान सरकार देने को तैयार हो. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सांस्कृतिक उत्थान के लिए कटिबद्ध है. पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के सभी श्रद्धा के बड़े केंद्रों के विकास किए जा रहे हैं. पुष्कर के विकास में भी केंद्र सरकार कोई कमी नहीं आने देगी.